-एक्सएलआरआई में हुआ सोशल इंटरप्रेन्योरशिप पर 7वां नेशनल कांफ्रेंस

-यंग चेंजमेकर्स : यूथ ऐज सोशल इंटरप्रेन्योर्स है कांफ्रेंस का थीम

JAMSHEDPUR : इतिहास में आज तक जितने भी सामाजिक बदलाव देखने को मिले हैं, वो युवाओं के प्रयास और इंटरप्रेन्योपरशिप की वजह से ही हुए हैं। चाहे वो सोशल मूवमेंट हो, समाज को बदलने वाले तकनीकों का निर्माण हो या फिर देशों को स्वतंत्रता दिलाना हो। देश के सामने मौजूद गंभीर समस्याओं के हल के लिए हमें भी यंग जेनरेशन की ऊर्जा और जोश की जरूरत है। ये बातें कहीं देश के प्रीमियर बी स्कूल एक्सएलआरआई के फादर ई अब्राहम ने। वे एक्सएलआरआई में सोशल इंटरप्रेन्योरशिप पर आयोजित 7वें नेशनल कांफ्रेंस के इनोगरेशन के मौके पर बोल रहे थे। कांफ्रेंस में हिस्सा लेने आए ग्रास रूट चेंज मेकर्स, यूथ लीडर्स और स्पीकर्स ने भी अपने अनुभव और विचार साझा किए। कांफ्रेंस का आयोजन फादर अरुपे लेंटर फॉर इकोलॉजी एंड सस्टेनिबिलिटी और सोशल इनिशिएटिव ग्रुप फॉर मैनेजेरियल असिस्टेंस (सिग्मा) के तत्वावधान में किया जा रहा है।

शेयर किए एक्सपीरिएंस

स्कूल्स में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स की बेहतरी और कम्प्यूटर एजुकेशन के लिए कार्य कर रहे स्थानीय यूथ लीडर अजय मुर्मू ने लोकल कम्यूनिटी की विभिन्न समस्याएं कांफ्रेंस के दौरान शेयर की। एक्सआईएमबी के स्टूडेंट्स जगदीश ने कॉलेज के दौरान खुद का वेंचर शुरू करने के एक्सपीरिएंस को बताया जिसने गांव के लोगों को इंटरनेट और मोबाइल टेक्नोलॉजी समझने में मदद की। कांफ्रेंस के दौरान ऐसे ही कई यूथ लीडर्स ने अपने एक्सपीरिएंस शेयर किए। टीआईएसएस ग्रेजुएट श्रुति परिजा जो ग्राम विकास के साथ कार्य करती हैं साथ ही ओडि़शा लाइवीहुड मिशन से भी जुड़ी है और एक्सआईएसएस स्टूडेंट्स याशमिन शर्मा ने यूथ की क्षमताओं और सोसाइटी की समस्याओं के बारे में जानकर कैसे उनके माइंडसेट चेंज हो गए यह बताया। इस दौरान प्रो मधुकर शुक्ला ने सभी पार्टिसिपेंट्स को सोशल इंटरप्रेन्योरशिप का महत्व बताया।

जीतनी होगी लड़ाई

कांफ्रेंस में स्पीकर के तौर पर मौजूद प्रवाह के को-फाउंडर और डायरेक्टर अशरफ पटेल ने फिफ्थ स्पेस की जरूरत बताई जो यूथ को एक ऐसा प्लेटफॉर्म दे जहां वे एक साथ मिलकर ग्रास रूट एक्टिविटीज में शामिल हो सके। आई वालंटियर एंड इंडिया फेलोशिप के को-फाउंडर राहुल नैनवाल ने उस यूनिक इनिशिएटिव के बारे में बताया जिसके तहत इंडिया के क्ब् फेलोज डेढ़ वर्ष के लीडरशिप प्रोग्राम के लिए चुने गए। गूंज के फाउंडर डायरेक्टर अंशू गुप्ता यूथ द्वारा शुरू किए जाने वाले प्रोजेक्ट्स के ग्राउंड लेवल इंम्प्लीमेंटेशन की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि सोसाइटी को बदलने की लड़ाई सोसाइटी को सुधारने की लड़ाई जीतने के साथ शुरू होती है।