38वीं राष्ट्रीय मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप में एथलीट्स परेशान

रुके हैं कीडगंज में खाने के लिए आते हैं हिन्दू हॉस्टल कैंपस में बनी कैंटीन

mukesh.chaturvedi@inext.co.in

ALLAHABAD: एक थाली के लिए 24 राज्यों के खिलाड़ी प्रतियोगिता के बाद अलग रेस लगा रहे हैं। नाश्ते के लिए उन्हें जो फेरा लगाना पड़ रहा है, वह एक्स्ट्रा है। यह किसी मूवी की स्क्रिप्ट नहीं बल्कि मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में चल रहे 38वीं राष्ट्रीय मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप में प्रतिभाग करने आए 2200 एथलीटों की समस्या है। इसे विगत दो दिनों से वे झेल रहे हैं। समस्या से तंग आकर कुछ ने सेल्फ व्यवस्था कर ली है।

2200 खिलाड़ी ले रहे हैं हिस्सा

38वीं राष्ट्रीय मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप का आयोजन मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में चल रहा है। इसमें प्रतिभाग के लिए 35 वर्ष से ऊपर के 2200 खिलाड़ी यहां पहुंचे हैं। आयोजकों द्वारा इन खिलाडि़यों को शहर के विलास होटल, मारवाणी आश्रम, पंजाबी आश्रम, रामवाटिका, ज्वाला देवी इंटर कॉलेज, रानी रेवती देवी इंटर कॉलेज, कल्याणी देवी के पास चौधरी गार्डेन, वैशाली होटल, रामबाग साक्षी होटल, विलास होटल, केपी कम्युनिटी हॉल सहित कुछ सरकारी गेस्ट हाउसेस में ठहराया गया है। एथलीटों को खाना उपलब्ध कराने के लिए हिन्दू छात्रावास परिसर में कैंटीन बनाई गई है। प्रति दिन खाने के लिए आश्रम या कॉलेज अथवा होटल से एथलीटों को किराया भाड़ा खर्च करके हिन्दू छात्रावास स्थित कैंटीन तक आना पड़ रहा है।

50 रुपए में खाना 30 में नाश्ता

छात्रावास में बनाई गई कैंटीन में खाने व नाश्ते के लिए कूपन व्यवस्था दी गई है। एथलीट बताते हैं कि कैंटीन में पहुंचने के बाद पहले 50 रुपए का खाने का कूपन लेना पड़ता है। कूपन दिखाने के बाद खाने में दाल, चावल, रोटी व सब्जी दी जाती है। कैंटीन के निर्धारित मेन्यू में सलाद या अचार जैसी व्यवस्था नहीं दी गई है। नाश्ते के लिए भी यहां कूपन सिस्टम लागू है। नाश्ते के लिए 30 रुपए का कूपन दिया जाता। कूपन पर पोहा, जलेबी व चाय उपलब्ध कराई जाती है।

सुविधाजनक नहीं पिकअप व्यवस्था

एथलीट कहते हैं कि यहां पिकअप के लिए लगाई गई कुछ गाडि़यां सुविधाजनक नहीं हैं। सभी खिलाडि़यों के गेम्म अलग-अलग टाइम पर होते हैं। पिकअप के लिए लगाई गई गाड़ी उन्हें सुबह के वक्त मदन मोहन मालवीय स्टेडियम तक ड्रॉप करने का काम करती है। खिलाड़ी अपने गेम के समय पर ही स्टेडियम पहुंचना चाहते हैं। लिहाजा यह व्यवस्था उन्हें रास नहीं आ रही है। स्टेडियम के आस पास स्थानों पर ठहरे वे एथलीट जिनके गेम सुबह जल्दी होते हैं उनमें कुछ इस गाड़ी से आते हैं। अधिकांश स्वयं ही आते हैं।

कैंटीन में 50 रुपए थाली भोजन व 30 रुपए में नाश्ता दिया जाता है। जबकि यदि 10 रुपए और लगाने पर 60 रुपए में कहीं भी बेहतर खाना खाया जा सकता है। फिर कीडगंज से यहां 50 रुपए में दाल, चावल, रोटी खाने के लिए किराया खर्च करके चक्कर क्यों लगाएं। हम बाहर ही खा लेते हैं।

एसपी वर्मा एमपी

स्टेडियम तक ड्राप करने के लिए एक गाड़ी लगाई है। जो पर्याप्त नहीं है वह भी स्टेडियम तक ही छोड़ेगी, वह हमारे लिए सूटेबल नहीं है। हमने खाने की व्यवस्था भी सेल्फ कर रखी है। कैंटीन में दाल, चावल, रोटी के लिए 50 रुपए के कूपन दिए जाते हैं।

पूनम धीमान हरियाणा

50 रुपए के कूपन पर दाल, चावल व रोटी मिलती है। एक दिन मैं वहां खाया था। आज (शनिवार) को बाहर ही खा लिए थे। चार दिन की बात है कौन क्या कहे। जो है सब ठीक ही है।

बनवारी लाल राजस्थान