- डिप्थीरिया, परटयूसिस, टिटनस, हेपेटाइटिस बी व हिब के लिए एक टीका

JAMSHEDPUR: हेल्थ डिपार्टमेंट द्वारा थर्डसे से जुगसलाई स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में नेशनल वेक्सिनेशन प्रोग्राम में पेंटावेलेंट वैक्सीन को शामिल कर लिया गया। इस अवसर पर जुगसलाई पीएचसी प्रभारी डॉ। पीके साहू ने पांच बच्चों को पेंटावेलेंट वैक्सीन दिया। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में सिविल सर्जन डॉ। विभा शरण, जिला परिषद सदस्य राजकुमार सिंह व सांसद प्रतिनिधि यय संजीव कुमार प्रजेंट थे। इस मौके पर सिविल डॉ। विभा शरण ने कहा कि यह वैक्सीन काफी कारगार साबित होगी। राजकुमार सिंह ने कहा कि इससे बच्चों की मृत्यु पर अंकुश लगेगा। शाम में अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी (आरसीएच) डॉ। महेश्वर प्रसाद ने साकची में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर पेंटावेलेंट वैक्सीन के बारे में जानकारी दी। इस दौरान डॉ। महेश्वर प्रसाद ने कहा कि यह टीका बच्चों को पांच घातक बीमारियों से बचाएगा। इसमें डिप्थीरिया, परटयूसिस, टिटनस, हेपेटाइटिस बी व हिब शामिल है। संवाददाता सम्मेलन में डीपीएम देवेंद्र श्रीवास्तव, राजीव कुमार सहित अन्य उपस्थित थे।

झारखंड में हर साल क्म्00 बच्चों की मौत

डॉ। महेश्वर प्रसाद ने बताया कि झारखंड में प्रत्येक साल हिमोफिलस इंफ्लूएंजा टाइप बी के कारण पांच वर्ष के कम उम्र के तकरीबन क्म्00 बच्चों की मौत हो जाती है। वहीं, भारत में करीब 7ख्,000 बच्चों की मौत और लगभग तीस लाख गंभीर हिब के मामले सामने आते हैं। यह वैक्सीन इस तरह के रोगों और इसके कारण होने वाली मृत्यु को रोक सकेगा।

पेंटावेलेंट टीका से लाभ

- पेंटावेलेंट टीका बच्चों को दिए जाने वाले छह सूईयों के बदले तीन ही दी जाएंगी।

- इससे बच्चों को ज्यादा सुरक्षा और अलग से दुबारा जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

- यह टीका अधिक कीमत पर पहले निजी सेक्टर में ही उपलब्ध था। लेकिन अब यह टीका सरकार द्वारा नि:शुल्क दी जाएगी।

- यह टीका पूर्ण रूप से सुरक्षित है। इसका कोई गंभीर विपरीत प्रभाव नहीं है।