LUCKNOW :

शारदीय नवरात्र की तैयारियां जोरों पर हैं, मंदिरों में सजावट का दौर अंतिम चरण में हैं। इस बार नवरात्र द्वितीया तिथि के चलते 10 दिन के होंगे। एक अक्टूबर से शुरू होकर दस अक्टूबर तक चलेंगे। काफी अरसे बाद इस तरह का संयोग बना है। विजया दशमी 11 अक्टूबर को मनाई जायेगी।

इस मुहुर्त में करें स्थापना

कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त 1 अक्टूबर सुबह 6 बजकर 18 मिनट से लेकर 7 बजकर 28 मिनट तक रहेगा। अभिजीत मुहूर्त 11 बजकर 47 मिनट से लेकर 12 बजकर 35 मिनट तक भी घट स्थापना की जा सकती है।

कलश स्थापना के लिए सबसे पहले पूजा स्थल को शुद्ध करना चाहिए। पूजा स्थल पर मिट्टी का लेप लगाएं। एक लकड़ी का फट्टा अथवा चौकी रखकर उस पर लाल रंग का कपड़ा बिछाएं और इस कपड़े पर थोड़ा चावल रखें। चावल रखते हुए सबसे पहले गणेश जी का स्मरण करें। कलश पर रोली से स्वास्तिक या ऊं बनाना चाहिए। कलश के मुख पर रक्षासूत्र भी बंधा हो। दीप जलाकर कलश की पूजा करें।