CHAKRADHARPUR: अनुमंडल के ग्रामीण क्षेत्रों में माओवादी द्वारा आहूत झारखंड बंद का व्यापक असर देखा गया। गुरुवार को बंद के कारण मनोहरपुर, गोईलकेरा और सोनुवा प्रखंडों में जनजीवन थमा रहा। बंदगांव के घाटी उपर भी बंद असरदार रहा। बंद से चिरिया मांइस में लौह अयस्क की ढुलाई का कार्य प्रभावित हुआ। पूरे अनुमंडल में लंबी दूरी की बसें, व्यावसायिक वाहनों, ट्रकों के पहिये थमे रहे। सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। मनोहरपुर संवादसूत्र के अनुसार पएलएफआई का बंद यहां असरदार रहा। सुबह से ही मुख्य बाजार, लाइनपार, पोस्ट आफिस रोड आदि क्षेत्र की तमाम दुकानें बंद रहा। यहां से रांची, गुमला, सिमडेगा, राउरकेला और जामदा के बीच बसों का परिचालन पूरी तरह ठप रहा। मनोहरपुर-रांची मार्ग पर सन्नाटा पसरा रहा। बसों के अलावा छोटे-बड़े व्यावसायिक वाहन भी नहीं चले। गोईलकेरा में बंद से ¨जदगी की रफ्तार थमी रही। यहां मेन रोड, स्टेशन रोड, बाजार रोड, सुभाष चौक आदि क्षेत्रों की सभी दुकानें व प्रतिष्ठान सुबह से ही बंद रहे। बैंक की शाखाओं, डाकघरों में भी ताले लटकते रहे। गोईलकेरा से चाईबासा व चक्रधरपुर के बीच बसों का परिचालन नहीं हुआ। इधर सोनुवा में बंद के व्यापक असर से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ। यहां चांदनी चौक, मेन रोड, साप्ताहिक आजार क्षेत्र की सभी दुकानें दिनभर बंद रहीं। बैंक की शाखाओं में भी ताले झूलते रहे। बसों, व्यावसायिक वाहनों का परिचालन ठप रहा। यात्रियों को खास परेशानियों का सामना करना पड़ा। बंदगांव के घाटी उपर भी नक्सली बंद असरदार रहा। वाहनों के नहीं चलने से चक्रधरपुर-रांची मार्ग पर वीरानी छाई रही। हालांकि चक्रधरपुर शहर और कराईकेला के बाजारों पर बंद का कोई असर नहीं रहा।