- सीबीएसई की ओर से स्कूलों को जारी किए नए निर्देश

- स्कूलों की कमर्शियल गतिविधियों को मिलेगा बढ़ावा

पारुल सिंघल

मेरठ। सीबीएसई के स्कूलों में बिना किसी परेशानी के दुकानें चलाई जा सकती है। सीबीएसई ने स्कूलों को एनसीईआरटी की किताबें बेचने के एवज में दुकान चलाने की इजाजत दे दी है। यही नहीं बोर्ड ने स्कूलों को ऐसी किसी गतिविधि में शामिल न होने का निर्देश भी वापस ले लिया है, जबकि स्कूल संचालकों का भी कहना है कि यह बेहतर कदम है और इससे स्टूडेंट को परेशान नहीं होना पड़ेगा।

कैंपस में खुलेंगी दुकानें

सीबीएसई ने अपने निर्देशों में कहा है कि कैंपस के अंदर ही स्कूल छोटी दुकानें चला सकते हैं। इन दुकानों में किताबें, स्टेशनरी और बाकी का स्टडी मेटेरियल स्कूल बेच सकेंगे, जबकि इसमें ऑनलाइन एनसीईआरटी की किताबें भी बेचनी होंगी। इसके लिए सीबीएसई ने एक सर्कुलर भी जारी किया है। स्कूलों ने बोर्ड के समक्ष तर्क रखा था कि इस तरह की दुकानें होने से अचानक जरूरत के वक्त बच्चों को परेशान नहीं होना पड़ता है।

सीबीएसई के निर्देश

सीबीएसई ने अपने निर्देशों में कहा है कि स्कूल कैंपस में बनी दुकान में एनसीईआरटी की किताबों को ऑनलाइन मंगाने की सुविधा भी देनी होगी। यही नहीं एनसीईआरटी बुक्स की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए अपनी जरूरत के अनुसार मांग पत्र पेश करने को कहा है। स्कूलों को सलाह दी गई है कि 2018-19 सेशन के लिए स्कूल एनसीईआरटी पुस्तक संबंधी लिंक पर रजिस्ट्रेशन कराएं। गौरतलब है कि इससे पहले सीबीएसई ने स्कूलों को सख्ती से ऐसी किसी भी तरह की व्यवसायिक गतिविधि न करने के निर्देश जारी किए थे।

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स्कूल में शॉप होने से बच्चों को ही फायदा होता है। कई बार जल्दी में वह कोई स्टेशनरी भूल जाते हैं तो वहां से आसानी से ले सकतो हैं।

-मृणालिनी अनंत, प्रिंसिपल, एमपीजीएस

सीबीएसई का यह कदम अच्छा है। स्कूलों में कामर्शियल एक्टिविटीज के लिए नहीं बल्कि स्टूडेंट्स को किसी तरह की परेशानी न हो इसलिए स्कूल दुकान खोल लेते हैं

-विनीता गुप्ता, प्रिंसिपल राधा गोविंद पब्लिक स्कूल

ऐसा नहीं कह सकते कि इस तरह के निर्देश से स्कूलों में कामर्शियल एक्टिविटी को बढ़ावा मिलेगा । स्टूडेंट्स के हित को ध्यान में रखते हुए यह फैसला काफी अच्छा है।

-राहुल केसरवानी, सहोदय अध्यक्ष