- एक साल से बंद है सरकारी अस्पताल, लोग परेशान

- बिजली के जर्जर तारों से होती है लोगों को परेशानी

मेरठ। वार्ड 58 के लोगों को सफाई की दरकार है। वार्ड में सफाई तो होती है लेकिन कुछ स्थानों पर गंदगी का अंबार लगा रहता है। सूरजकुंड पर कई स्थानों पर डलावघर हैं। जहां पर शाम होते-होते गंदगी का अंबार लग जाता है। यह हाल तब है जब वहां पर 56 कर्मचारी नियमित रूप से सफाई करने के लिए आते हैं। सभासद की माने तो वह खुद खड़े होकर वार्ड में सफाई कराते हैं। सूरजकुंड में एक सरकारी अस्पताल है जोकि एक साल से बंद है। अस्पताल बंद होने के कारण लोगों को उपचार के लिए परेशानी होती है।

ये है डिमांड

- अस्पताल शुरू होना चाहिए।

- सफाई सुबह और शाम दोनो समय होनी चाहिए।

- नाले की सफाई एक माह में एक बार होनी चाहिए।

- बिजली के जर्जर तार ठीक होने चाहिए।

- जानवरों के अस्पताल और शमशान घाट का डलावघर बंद होना चाहिए।

वार्ड परिचय

वार्ड- 58

पार्षद - राजकुमार

जनसंख्या- 22 हजार

वोटर- 14 हजार

मोहल्ले- सूरजकुंड रोड, हनुमानपुरी, लक्ष्मीनगर, बंसीपुरा, सरस्वती मंदिर, आर्य नगर, गांधी नगर, गांधी आश्रम, देवी नगर, बुद्ध विहार

परिसीमन से पहले - वार्ड 45

प्रश्न- पांच साल में क्या विकास कार्य कराए

उत्तर- पांच साल में मैंने करीब 10 करोड़ रुपये के विकास कार्य कराएं हैं। जिसमें सड़कों का निर्माण, नाली, 150 स्ट्रीट लाइट लगवाई हैं। 12 नए हैंडपंप लगवाए, 150 लोगों को समाजवादी पेंशन दिलवाई, 50 लोगों को विधवा सहायता राशि, 25 महिलाओं को मृतक आश्रित राशि दिलवाई है। क्षेत्र में नियमित रूप से भ्रमण करता हूं। लोगों की जो भी समस्या होती है। उसका समाधान करने की कोशिश करता हूं।

प्रश्न- वार्ड में कई डलावघर हैं.जहां पर गंदगी रहती है।

उत्तर- वार्ड बड़ा है यहां पर रोजाना 56 सफाई कर्मचारी आते हैं। जोकि रोजाना सफाई करते हैं। कूड़ा उठाने के लिए दो छोटे हाथी आते हैं। कम से कम दो और हो जाएं तो समस्या दूर हो जाएगी।

प्रश्न- नालों की सफाई नहीं होती है

उत्तर- नाला सफाई की समस्या है। नगर स्वास्थ्य अधिकारी को कई बार नाला सफाई को लेकर पत्र दे चुके हैं। लेकिन सफाई नहीं होती है। बोर्ड बैठक में नियमित रूप से यह मुद्दा उठा रहा हूं। केवल आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिलता।

गंदगी

वार्ड में गंदगी की सबसे बड़ी समस्या है। यहां पर 56 सफाई कर्मी तैनात हैं बावजूद इसके वार्ड में गंदगी का अंबार है। कर्मचारी आते हैं पर सफाई के नाम पर खानापूर्ति करके चले जाते हैं। सफाई को लेकर कई बार लोग नगर निगम में शिकायत कर चुके हैं।

नाला सफाई

वार्ड में भी नाले की सफाई नहीं होती है। नाले गंदगी से अटे हैं। नालों की स्थिति देखकर ऐसा लगता है कि सालों से इनकी सफाई नहीं हुई है। नगर निगम इस ओर ध्यान ही नहीं देता है।

आवारा पशु

वार्ड में आवारा पशु से भी लोग परेशान है। वार्ड की मुख्य सड़क पर ही आवारा पशु घूमते रहते हैं। दिन में भी सड़कों के बीच में आवारा पशु बैठे रहते हैं। जिसके कारण लोगों को खासी परेशानी होती है। कई बार आवारा पशुओं के कारण सड़क पर जाम लग जाता है।

स्ट्रीट लाइट

वार्ड 58 में अभी स्ट्रीट लाइट पर एलईडी लाइट्स लग चुकी हैं। लेकिन जो लगी हुई है वह हमेशा बंद रहती है। जिसके कारण सूरजकुंड पर दिन छिपते ही अंधेरा पसर जाता है। नगर निगम से स्ट्रीट लाइट जलवाने को लेकर अनेक बार व्यापारी शिकायत कर चुके हैं। लेकिन नगर निगम के अधिकारी हैं कि सुनने को तैयार ही नहीं है।

पार्किंग की समस्या

वार्ड 58 में सबसे बड़ी समस्या पार्किंग की है। इस वार्ड में खेल का मुख्य बाजार है। जहां से देश ही नहीं विदेशों तक में खेल का सामान जाता है। लेकिन यहां पर कोई पार्किंग नहीं बनी हुई है। सड़क पर वाहन खड़े होते हैं। जिसके कारण यहां पर आए दिन जाम की समस्या हो जाती है।

वर्जन

सफाई यहां होती है। केवल अस्पताल की समस्या है। एक साल पहले अस्पताल की छत गिर गई थी। तब से यह अस्पताल बंद पड़ा है। यदि यह अस्पताल शुरू हो जाए तो बहुत अच्छा होगा।

- वेद प्रकाश गुप्ता

सूरजकुंड रोड पर बिजली के तार जर्जर है। जब भी कभी आंधी आती है। तब ही यहां पर फॉल्ट हो जाता है। तार बदल जाएं तो बिजली की समस्या खत्म हो जाएगी।

- सुभाष गुप्ता

शमशान घाट के बाहर एक डलावघर है। वहां पर कूड़ा तो रोज उठता है। पर शाम होते-होते वहां पर फिर से गंदगी हो जाती है। वहां से निकलना दूभर हो जाता है। शमशान घाट से डलावघर बंद होना चाहिए।

- राजेंद्र कुमार

गर्मियों में नगर निगम को पानी की सप्लाई का टाइम बढ़ाना चाहिए। पानी का प्रेशर तो अच्छा आता है। यदि टाइम बढ़ जाए तो बहुत अच्छा होगा।

- संजीव गुर्जर