-नीम हकीम की शहर में चल रहे हैं दवाखाने

-नब्ज चेक कर बताते हैं मरीजों को अजीबो-गरीब बीमारी

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BAREILLY

सड़क किनारे खुले नीम हकीम के दवाखाने मरीजों को नशेड़ी बना रहे हैं। वह जड़ी-बूटियों से इलाज करने के बहाने मरीजों को अफीम खिलाते हैं। इसके साथ ही मरीज को अजीबो-गरीब बीमारी बताते हैं, जिससे सुनकर वह घबराकर उनसे इलाज कराने लगाते हैं। आई नेक्स्ट को जब इसकी शिकायत मिली, तो वेडनसडे को मिनी बाईपास स्थित शिव शंकर हिमालय आयुर्वेदिक खानदानी दवाखाना की नब्ज टटोली। सड़क से जा रहे हर किसी व्यक्ति को नीम हकीम रोक रहा था और उसे बीमार बता रहा था। इस दौरान कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। पढि़ए रिपोर्ट

मिनी बाईपास पर है दवाखाना

वैद्य- रामू उर्फ शंकर ने रिपोर्टर की नब्ज पकड़ी और उसने गैस बनने की बीमारी बताई।

रिपोर्टर- प्रॉब्लम पर हां कहते ही वैद्य ने इलाज के लिए औषधियां देने की बात कही। इस पर वैद्य से पूछा गया कि वह कौन सी औषधि देगा।

वैद्य- अफीम, शिलाजीत, मुसली के अलावा कई जड़ी बूटियां दी जाती हैं।

रिपोर्टर-इस तरह के दवाखानों में औषधियों के साथ अफीम का प्रयोग किया जाता है।

वैद्य-हां, कुछ औषधियों के साथ अफीम का प्रयोग किया जाता है।

रिपोर्टर-अच्छा, अफीम का प्रयोग क्यों किया जाता है।

वैद्य-सेक्स पावर बढ़ाने के लिए।

रिपोर्टर-इससे तो मरीज आदती बन जाता है।

वैद्य-हां, कुछ मरीज इसके आदती बन जाते हैं।

रिपोर्टर-अच्छा, परिवार से सलाह करके कल दवा लेने आऊंगा।

वैद्य-नब्ज दिखाने की फीस 20 रुपए दो।

रिपोर्टर-आप कोई रसीद दोगे।

वैद्य-हां, यह लो रसीद।

चंद कदमों की दूरी पर खड़ी रहती है पुलिस

वैद्य से जब पूछा किया कि उसने नगर निगम की जमीन पर कब्जा कर रखा है। कभी नगर निगम का कोई अधिकारी और कर्मचारी उसे हटाने नहीं आया। इस पर उसने कहा कि नगर निगम से कोई नहीं आता है। चंद कदमों की दूरी पर खड़ी पुलिस कभी-कभार आकर पहचान के नाम पर परेशान करती है। चौंकाने वाली बात यह है कि पुलिस और नगर निगम की लापरवाही के चलते इस तरह के दवाखाने शहर में जगह-जगह हैं। जबकि पुलिस को ऐसे दवाखानों के संचालकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई और नगर निगम को अतिक्रमण हटाने का अधिकार है।