- राजधानी में आयोजित हुई नीट-2 की परीक्षा

35,000 छात्रों को शामिल होना था

3000 नियमों के चलते हुए वंचित

60 सेंटर्स बनाए गए राजधानी में

हर कदम पर सख्ती

- सेंटर पर लगे जैमर

- इंटरनेट सुविधाएं ब्लॉक

- छात्रों की सख्त चेकिंग

-समय को लेकर एंट्री में सख्ती

LUCKNOW: राजधानी के 60 सेंटर्स पर रविवार को नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट-2) का आयोजन किया गया। इसमें ना केवल परीक्षा, बल्कि नियमों ने छात्रों के आंसू निकाल दिए। परीक्षा को तो छात्रों ने टफ बताया। दूसरी ओर, सख्त नियमों की वजह से कुछ छात्रों को परीक्षा देने से रोक दिया गया, जिससे कइयों की आंखों में आंसू आ गए। परीक्षा प्रभारी जावेद आलम ने बताया कि करीब 3 हजार छात्रों के परीक्षा से वंचित रहने की सूचना है।

आधे घंटे पहले करना था रिपोर्ट

नीट-2 में करीब 35 हजार स्टूडेंट्स को परीक्षा में शामिल होना था। परीक्षा सुबह दस बजे से एक बजे के बीच आयोजित की गई है। राजधानी में सीबीएसई के समन्वयक व नीट-2 परीक्षा के प्रभारी जावेद आलम ने बताया कि सभी केंद्रों पर परीक्षा सही तरीके से संपन्न करा ली गई है। उन्होंने बताया कि छात्रों को आधे घंटे पहले ही परीक्षा केंद्र पर रिपोर्ट करने के निर्देश दिए गए थे।

'डांट कर भगा दिया'

जावेद आलम ने बताया कि जिन छात्रों ने देर से रिपोर्ट किया, वह शामिल नहीं हो सके। छात्रों को केवल एडमिट कार्ड ले जाने की अनुमति थी। कई छात्र मोबाइल लेकर भी पहुंच गए। जिसे जमा करने में उन्हें अतिरिक्त समय लगा और वह समय से परीक्षा में बैठ नहीं सके। कई छात्रों को समय से ना पहुंचने की बात कहकर स्कूल का गेट बंद कर दिया गया, जिससे उनकी आंखों में आंसू आ गए। पीजीआई स्थित एलपीएस स्कूल पहुंचे छात्र मजहर ने बताया कि जब मैं केंद्र पर पहुंचा तो साढ़े नौ बजे थे। लेकिन, गार्ड ने गेट बंद कर दिया और मुझे डांटकर भगा दिया। उन्नाव से आई पल्लवी और आजमगढ़ के पंकज ने बताया कि सुबह साढ़े नौ बजे तक एंट्री होनी थी। एंट्री टाइम खत्म होने की बात कहकर सेंटर के अंदर जाने की परमिशन नहीं दी गई। लोयला पब्लिक स्कूल समेत एक दर्जन सेंटर्स पर ऐसी शिकायतें सामने आईं।

फिजिक्स ने किया परेशान

स्टूडेंट्स का कहना था कि इस बार का पेपर नीट-1 के पेपर से काफी टफ था। फिजिक्स का पार्ट काफी टफ था। न्यूमेरिकल का पार्ट ज्यादा था, हीट, कंडक्टर और मैकेनिकल पार्ट से भी अधिक सवाल थे। केमेस्ट्री के सवाल काफी आसान थे। बायो के ज्यादातर सवाल एनसीईआरटी के सिलेबस से पूछा गया था।

नीट-2 का एग्जाम नीट-1 से ज्यादा टफ था। बार फिजिक्स का पेपर कठिन था। तैयारी का ज्यादा मौका होने से इस बार का पेपर बेहतर हुआ। मेडिकल का एक एग्जाम होने से काफी राहत है।

- अतिया इरशाद

फिजिक्स का पार्ट काफी टफ आया था। पर तैयारी पूरी होने से सभी सवाल साल्व हो गए। बायो का पार्ट सबसे ज्यादा आसान था। केमेस्ट्री भी आसान थी। कट ऑफ अधिक होने की उम्मीद है।

- दीक्षा निगम

केमेस्ट्री का सेक्शन नीट फ‌र्स्ट के मुकाबले थोड़ा सा टफ था। लेकिन, फिजिक्स के मुकाबले आसान था। केमेस्ट्री में कैमिकल बॉन्डिंग, कैमिकल ईक्विलिब्रियम से सवाल आए थे।

- शिप्रा तिवारी

फिजिक्स में इस बार आधे से ज्यादा सवाल न्यूमैरिकल के थे। इसे सॉल्व करने में काफी समय भी लगा और यह मुश्किल भी रहा। पर बायो और केमेस्ट्री का पार्ट काफी आसान आया था।

- प्रियांशी यादव