LUCKNOW :

कंबाइंड प्री आयुष टेस्ट (सीपैट) 2017 का बुधवार को राजधानी सहित चार जिलों में आयोजन किया गया। सीपैट का एग्जाम देने के लिए कुल 21,062 कैंडीडेट्स ने रजिस्ट्रेशन कराया था जबकि कुल 19,948 कैंडीडेट्स ने एग्जाम दिया। ऐसे में 95 प्रतिशत ही कैंडीडेट्स एग्जाम में शामिल हुए जबकि 114 कैंडीडेट्स ने एग्जाम छोड़ दिया। एग्जाम के लिए पूरे प्रदेश में 43 केंद्र बनाए गए थे और सबसे अधिक 24 सेंटर लखनऊ में बनाए गए थे।

 

छह अक्टूबर को जारी होगी आंसर की

सीपैट एग्जाम की आंसर की छह अक्टूबर को जारी की जाएगी। आठ अक्टूबर तक स्टूडेंट्स को आपत्ति दर्ज कराने के लिए समय दिया जाएगा। तीन दिनों तक सभी आपत्तियों को दूर किया जाएगा। इसके बाद 12 अक्टूबर को इसका रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा।

 

शहर में 11,436 ने दिया एग्जाम

सीपैट के राज्य समन्वयक प्रो। एनके खरे ने बताया कि सभी सेंटर्स पर एग्जाम शांतिपूर्ण ढंग से हुए। दोपहर एक बजे से लेकर शाम चार बजे तक एग्जाम एक पाली में हुआ। लखनऊ में 12,181 कैंडीडेट्स रजिस्टर्ड थे जबकि 11,436 कैंडीडेट्स एग्जाम में शामिल हुए, लगभग 745 कैंडीडेट्स ने एग्जाम छोड़ दिया। इसी तरह आगरा में 3,638 कैंडीडेट्स रजिस्टर्ड थे इसमें 3,453 कैंडीडेट्स उपस्थित रहे और 185 अनुपस्थित रहे। वहीं बरेली में 3,424 कैंडीडेट्स रजिस्टर्ड थे इसमें से 3,302 कैंडीडेट्स उपस्थित रहे और 122 कैंडीडेट्स अनुपस्थित रहे। वहीं गोरखपुर में 1,819 कैंडीडेट्स रजिस्टर्ड थे इसमें 1,757 कैंडीडेट्स उपस्थित रहे और 745 ने एग्जाम छोड़ा।

 

सेंटर में घुसने को लेकर बवाल

कैंडीडेट्स को एग्जाम सेंटर्स पर दोपहर 12 बजे से 12:30 बजे के बीच एंट्री दी गई। वहीं 12:45 बजे पहुंचने वाले कैंडीडेट्स को एंट्री नहीं दी गई। इससे नाराज कैंडीडेट्स ने गोमतीनगर स्थित लखनऊ पब्लिक स्कूल में जमकर हंगामा किया।

निगेटिव मार्किंग ने छुड़ाए पसीने

सीपैट में कुल 180 प्रश्न पूछे गए। प्रत्येक प्रश्न चार अंक का था और कुल प्रश्नपत्र 720 मा‌र्क्स का था। एक गलत सवाल पर एक मा‌र्क्स काटने का प्रावधान था। ऐसे में माइनस मार्किंग होने के कारण कैंडीडेट्स ने काफी संभलकर प्रश्नपत्र हल किया।

 

पेपर काफी आसान आया था, इसे हल करने में कोई दिक्कत नहीं हुई, खासकर केमेस्ट्री का पार्ट आसान था। वहीं बायोलॉजी सीबीएसई बेस्ट पूछी गई।

- स्नेहा

निगेटिव मार्किंग के कारण थोड़ी प्रॉब्लम जरूर हुई, लेकिन ओवर ऑल पेपर काफी आसान आया था। खासकर बायो पार्ट काफी इजी था। निट या दूसरे मेडिकल एग्जाम की तुलना में पेपर आसान था।

- सोनल

यह एग्जाम पहली बार आयोजित हहुआ है, उम्मीद थी कि पेपर काफी टफ होगा, लेकिन पेपर काफी आसान आया था। सभी पार्ट काफी इजी थे।

-सुधा

ओवर ऑल पेपर थोड़ा लम्बा था। सवालों को काफी घुमा दिया गया था। जिस कारण से थोड़ी दिक्कत हुई, लेकिन नीट या दूसरे मेडिकल एग्जाम की अपेक्षा पेपर आसान था।

- स्वेता