-मोबाइल टावरों पर काम करने वाले कर्मचारियों ने 9 अगस्त को साढ़े 5 घंटे बंद की नेटवर्क की सप्लाई

-फ्रंट लाइन कंपनी के एरिया मैनेजर ने एसएसपी से की शिकायत, एसएसपी के आदेश पर कर्मचारियों पर एफआईआर दर्ज

BAREILLY: मोबाइल में कुछ देर के लिए नेटवर्क चला जाए तो पब्लिक परेशान हो जाती है और सेटिंग में जाकर नेटवर्क सर्च करने लगती है। मौजूदा समय में अधिकांश लोग इंटरनेट का भी यूज करते हैं, जिससे लोगों की परेशानी और बढ़ जाती है। 9 अगस्त को रिलांयस जियो के मोबाइल यूजर्स को साढ़े पांच घंटे तक परेशानी का सामना करना पड़ा। ऐसा मोबाइल टावर पर काम करने वाले कर्मचारियों की दादागिरी के चलते हुआ। आधा दर्जन कर्मचारियों ने मिलकर 9 अगस्त को रिलायंस जियो के 75 टावर्स का नेटवर्क ठप कर दिया। थर्सडे को मोबाइल टॉवर संचालित करने वाली कंपनी के एरिया मैनेजर ने मामले की शिकायत एसएसपी से की। एसएसपी ने सीओ को एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया। फ्राइडे को इज्जतनगर थाना पुलिस ने आधा दर्जन कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर पांच कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया है।

डिग्री भी पायी गई फर्जी

फ्रंट लाइन एमसीआर ग्रुप के एरिया मैनेजर नरेंद्र कुमार ने एसएसपी से शिकायत की कि कंपनी द्वारा बरेली, रामपुर, पीलीभीत और बदायूं में 900 टावरों का संचालन करती है। टावरों के संचालन के लिए कंपनी टेक्नीशियन की भर्ती करती है। इसके लिए उनसे आईटीआई की डिग्री भी ली जाती है। कंपनी को कुछ कर्मचारियों की डिग्री पर शक हुआ तो उनके डाक्यूमेंट का वेरिफिकेशन कराया गया। वेरिफिकेशन में कर्मचारी पवन कुमार और सतीश कुमार की डिग्री फर्जी पायी गई। यह डिग्री रामपुर आईटीआई के नाम पर बनाइर्1 गई थी।

6700 मिनट संचार रहा ठप

नरेंद्र कुमार के मुताबिक कंपनी के कर्मचारियों ने यूनियन बना रखी है। जिसका मेन पदाधिकारी पवन कुमार है। पवन कुमार अक्सर अन्य कर्मचारियों के साथ मिलकर टावरों का संचालन बंद कर देता है, जिससे कंज्यूमर्स परेशान होते हैं और कंपनी को नुकसान होता है। 9 अगस्त को दोपहर 3 बजकर 22 मिनट से रात 9 बजे तक रिलायंस जियो के 75 टावरों से नेटवर्क का संचालन बंद कर दिया गया। जिससे करीब 6700 मिनट संचार ठप रहा और पब्लिक को काफी परेशानी हुई। टावर संचालन बंद करने वालों में पवन कुमार, सतीश कुमार, प्रेमपाल, विजेंद्र, रियासत, रविंद्र व राजपाल ने शामिल होकर किया है। इनमें से पवन, प्रेमपाल, राजपाल, रविन्द्र और राजीव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें कंपनी ने दो माह से वेतन नहीं दिया है, जिसका विरोध करने पर उन्हें गलत तरीके से फंसाया गया है।