-वित्तमंत्री ने सभी मद में पैसा देकर सभी को खुश करने की कोशिश की

-बरेली में स्मार्ट सिटी, रिंग रोड, स्वच्छ भारत मिशन व किसानों को बजट से मिलेगा फायदा

BAREILLY: वित्तमंत्री राजेश अग्रवाल ने यूपी का बजट पेश कर सभी को पूरी तरह से खुश करने की कोशिश की है। इसी के चलते अधिकांश योजनाओं और विभागों के लिए बजट तैयार किया गया है। इस बजट से बरेली में स्मार्ट सिटी, रिंग रोड, स्वच्छ भारत मिशन, प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, सड़कों के निर्माण, बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं, मदरसों के आधुनिकीकरण, रीजनल कनेक्टिविटी के तहत एयरपोर्ट का निर्माण व अन्य योजनाओं से लोगों को लाभ मिलने वाला है। इन सभी के लिए बजट तैयार किया गया है। जब यूपी के बजट के बारे में बरेलियंस से पूछा गया तो सभी ने बजट को कुछ हद तक बेहतर बताया है। बरेलियंस को उम्मीद थी, कि बरेली के निवासी होने के नाते वित्तमंत्री बरेली के लिए अलग से बजट में बड़ी सौगात की घोषणा कर सकते हैं।

टैक्स स्लैब में छूट नहीं

बजट में टैक्स स्लैब में छूट की उम्मीद थी। एलआईसी और पीएफ में इंवेस्ट इनकम है उसमें राहत नहीं दी गई है। डेढ़ से बढ़ाकर दो लाख किया जाना चाहिए था। टैक्स स्लैब में छूट नहीं देने की वजह से 2 नम्बर कर दिए हैं।

सीए अखिल रस्तोगी 8/10

बजट का प्रावधान नहीं किया

जो उद्योग नीति बनाई गई है वह अच्छी है। उसका पालन हो जाए तो लघु उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। हालांकि, उद्योग नीति तो बना दी गई लेकिन उसे अमल में लाने के लिए बजट का प्रावधान नहीं किया गया है जो कि गलत है।

चंद्रभूषण सक्सेना, इंडस्ट्रियलिस्ट 8/10

एक छत के नीचे आए एनओसी

किसी भी शहर का ऑक्सीजन उद्योग ही होता है। आर्थिक ढांचा इसी से ही जुड़ा होता है। लेकिन उद्योग स्थापित करने के लिए कागजी कार्रवाई उतना ही मुश्किल। एक छत के नीचे एनओसी की प्रक्रिया लानी चाहिए।

अजय शुक्ला, इंडस्ट्रियलिस्ट 5/10

प्रगतिशील नहीं है बजट

व्यापारियों की जो अपेक्षाएं थी उसके मुताबिक बजट नहीं हैं। मसलन बजट प्रगतिशील नहीं है। एक बजट वह होता है, जिससे पेश होते ही व्यापार गति पकड़ लेता है वह नहीं है। यह बजट दीर्घकालिक है।

राजेंद्र गुप्ता, व्यापारी 6/10

बजट में अधूरे काम का समावेश नहीं

बजट काफी निराशाजनक रहा। जो काम अधूरे पड़े हैं उनका समावेश बजट में होना चाहिए था। वित्तमंत्री बरेली के होते हुए भी कुछ खास फायदा नहीं हुआ। जो कि बेसिकली बरेली के लिए हो। इस वजह से 10 में 5 नम्बर देना चाहूंगा।

राजेश जसोरिया, व्यापारी 5/10

यूपी के बजट में किसान, रोजगार, शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया है। एमएसएमई के लिए कुछ विशेष नहीं है। परंतु एक जिला एक उद्योग के माध्यम से अच्छी पहल की है। 14 हजार 341 करोड़ की नई योजनाओं से भी उद्यमियों को लाभ होगा।

भारत भूषण शील, इंडस्ट्रियलिस्ट - 8/10