- एक साथ कई चुनौती आएगी सामने

- सफाई, नाला उड़ाही से लेकर कई प्वाइंट पर करना है काम

- पक्ष और विपक्ष को एक साथ करके बोर्ड की करवानी होगी बैठक

- हाईकोर्ट के आदेश के दूसरे दिन बाद निगम में पसरा रहा सन्नाटा

PATNA : कुलदीप नारायण के हटने के साथ ही अब नए कमिश्नर की नियुक्ति का मामला चल रहा है। शनिवार को उम्मीद थी कि नए कमिश्नर के रूप में शीर्षत कपिल अशोक पदभार ग्रहण कर सकते हैं। लेकिन वो सेकेंड मैन के रूप में ही काम करेंगे। अब गवर्नमेंट के अगले आदेश का इंतजार किया जा रहा है। उसके बाद ही नए कमिश्नर के रूप में पदभार ग्रहण किया जाएगा। जानकारी हो कि नगर विकास की ओर से नए कमिश्नर में शीर्षत कपिल अशोक का नाम ही सामने आने वाला है, लेकिन मेयर व स्टैंडिंग कमेटी के मेंबर ने गवर्नमेंट से मांग की है कि बिना उनके परामर्श के किसी की नियुक्ति न करवाई जाए ताकि उस ऑफिसर की वजह से निगम को प्राब्लम फेस न करना पड़ा। वहीं कुलदीप नारायण के हटने के साथ ही नए कमिश्नर पर सस्पेंस बरकरार है।

फोन की घंटी बजती रही

जिस नगर निगम में चहल-पहल रहती थी उसके हर चेंबर में सन्नाटा पसरा था। कोई कुछ कहने और सुनने की स्थिति में नहीं था। सुबह साढ़े दस बजे से ऑफिस शुरू हुआ जो शाम पांच बजते ही ओवर हो गया। इस दौरान विरोधी खेमे का कोई काउंसलर नहीं दिखा। इस सन्नाटे के बीच हर पल मोबाइल की घंटी पर बातचीत चल रही थी। दो बजे तक उम्मीद थी कि शीर्षत कपिल अशोक चेंबर में आ जाएंगे लेकिन वो नहीं आए। वहीं डिपार्टमेंट की ओर से अब तक कोई खास नोटिफिकेशन भी नहीं आया।

नए कमिश्नर के लिए चुनौती

पक्ष व विपक्ष व ऑफिसर को एक करना

नए कमिश्नर की पहली चुनौती है अलग-थलग चल रहे पक्ष और विपक्ष के काउंसलर को एक करना। साथ ही निगम के ऑफिसर को भी मेयर व स्टैंडिंग कमेटी के साथ लाना और दोस्ताना माहौल क्रिएट करना।

अब तक पास तमाम एजेंडे पर काम करना

स्टैंडिंग कमेटी और बोर्ड की बैठक से पास एजेंडा में से एक पर भी काम शुरू नहीं किया गया है। मेयर व स्टैंडिंग कमेटी ने इसे लेकर हाईकोर्ट में भी कई दफा अपील की थी। नए कमिश्नर उन तमाम एजेंडे पर काम शुरू करवाएंगे। ताकि हर वार्ड के काउंसलर और जनता को लगे कि वे उनके लिए काम कर रहे हैं।

सफाई, नाला उड़ाही, कचरा डंपिंग यार्ड पर काम

शहर की सफाई, सड़क के किनारे डस्टबिन, ओवर ब्रिज की सफाई, कचरा डंपिंग यार्ड और नाला से अतिक्रमण हटाना और उसकी उड़ाही की दिशा में भी एक साथ काम करना होगा। अब इस पर काम शुरू नहीं किया गया तो एक बार फिर से पटना डूबेगा।