-सेवारत लोगों और टीचर्स के लिए काफी मददगार होंगे

-जियो-स्पैटियल में रुचि रखने वाले सभी लोगों के लिए उपयुक्त

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ष्ठश्व॥क्त्रन्ष्ठहृ: इंदिरा गांधी नेशनल ओपन युनिवर्सिटी (इग्नू) ने मौजूदा कोर्सेज के साथ ही नेक्स्ट सेशन के लिए नए कोर्सेज स्टार्ट किए हैं। इनमें जियो-इन्फॉरमेटिक्स में पीजी सर्टिफिकेट कोर्स, एप्लाइड स्टैटिक्स में पीजी डिप्लोमा और ट्रांसलेशन में पीजी डिग्री शामिल हैं। इग्नू एडमिनिस्ट्रेशन की माने तो ये सभी कोर्स युवाओं के साथ ही सेवारत लोगों और टीचर्स के लिए काफी मददगार होंगे।

टीचिंग करने वालों के लिए फायदेमंद

इग्नू के देहरादून रीजनल डायरेक्टर डा। अनिल डिमरी ने बताया कि जियो-इंफॉरमेटिक्स में सर्टिफिकेट कोर्स खासतौर पर उन लोगों के लिए है, जो सशस्त्र सेवाओं में तैनात हैं। सीबीएसई के ऐसे टीचर्स, जो जियो-स्पैटियल टेक्नोलॉजी में टीचिंग कर रहे है, उनके लिए भी यह फायदेमंद होगा। साथ ही यह कोर्स जियो-इन्फॉरमेटिक्स और जियो-स्पैटियल में रुचि रखने वाले सभी लोगों के लिए उपयुक्त होगा।

साइंस के स्टूडेंट एडमिशन प्राप्त करें

छह महीने के इस कोर्स में मुख्य रूप से जियो-इंफॉरमेटिक्स का परिचय, रिमोट सेंसिग और इमेज इंटरप्रिटेशन, ग्लोबल नेविगेशन, सेटेलाइट सिस्टम और जीआईएस शामिल हैं। इस कोर्स में यूजी, जो 12वीं लेवल पर साइंस स्ट्रीम के स्टूडेंट्स रहे हो तो एडमिशन प्राप्त कर सकते हैं। इंप्लॉइड स्टैटिक्स में पीजी डिप्लोमा खासतौर से इंडस्ट्री, नेशनल लैबोरेट्रीज, रीसर्च एंड डवलपमेंट से जुडे़ डिपार्टमेंट्स, एजुकेशनल इंस्टिट्यूट्स में कार्यरत लोगों के लिए उपयोगी साबित होगा। कोर्स अभी केवल अंग्रेजी माध्यम में उपलब्ध है और सभी स्नातक इस कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं।

ट्रांसलेशन में भी डिग्री

अनुवाद (ट्रांसलेशन) में पीजी डिग्री का मकसद है कि अनुवाद के क्षेत्र में स्किल डवलपमेंट करना है। यह कोर्स एजुकेशनल, टूरिज्म, मैनेजमेंट और जर्नलिज्म से जुडे़ लोगों के लिए लाभप्रद होगा। इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए कैंडिडेट्स को अंग्रेजी और हिंदी का ज्ञान होना जरूरी है। सभी कोर्सेज के लिए जनवरी सेशन में एडमिशन जारी है। कैंडिडेट्स लेट फीस के बिना 1 दिसंबर तक और लेट फीस के साथ 15 दिसंबर तक आवेदन कर सकते हैं।