हाईकोर्ट की चीफ जस्टिस ने बिहार के गवर्नर पद की ओथ दिलाई

PATNA: पश्चिम बंगाल के गवर्नर केशरीनाथ त्रिपाठी ने बिहार के गवर्नर की भी कमान संभाली ली। उन्हें हाईकोर्ट की चीफ जस्टिस ने बिहार के गवर्नर पद की ओथ दिलाई। इस मौके पर सीएम जीतन राम मांझी ने कहा कि उम्मीद है सरकार और गवर्नर के बीच संबंध ठीक रहेगा।

आरएसएस को तरजीहह!

बीजेपी की सरकार के सेन्ट्रल में आने के बाद आरएसएस को तरजीह दिए जाने का सिलसिला आम रहा है। इस बार भी ये दिखा। सूत्रों की मानें तो बिहार में ये तीसरी बार है कि स्वयंसेवक को गवर्नर बनाया गया है। इससे पहले एसएस भंडारी को गवर्नर बनाया गया था। उनका कार्यकाल ख्7 अप्रैल, 98 से क्भ् मार्च, 99 तक था। उस समय राबड़ी देवी सीएम थीं। राजभवन और सरकार के बीच काफी टकराव हुआ था। राबड़ी देवी ने भी क्या-क्या नहीं कहा था। लगभग एक महीने के लिए राष्ट्रपति शासन भी लगवा था उन्होंने। क्ख् फरवरी से 8 मार्च, 99 तक बिहार में प्रेसिटेंड रूल रहा था। दूसरे स्वयंसेवक एम रमा जोइस को क्ख् जून, ख्00फ् को गवर्नर बनाया गया था। वे फ्क् मार्च, 0ब् तक रहे।

केशरीनाथ त्रिपाठी अच्छे वक्ता हैं

केशरीनाथ त्रिपाठी बतौर लेखक करेंट मुद्दों पर लिखते रहे हैं साथ ही अच्छे वक्ता भी हैं। ऐसे वक्त में जब बीजेपी और आरजेडी के रिश्ते कट्टर दुश्मन वाले हैं तो गवर्नर के हर कदम पर लोगों की नजर रहेगी। सीएम जीतन राम मांझी ने ये जरूर कहा है कि सरकार और गवर्नर के बीच संबंध ठीक रहेगा पर ये बयानों के बजाय आगे की राजनीति तय करेगी।