- पारदर्शिता लाने के लिए पीवीवीएनएल की नई पहल
- मीटर के मॉनीटर पर शो होगी कनेक्शन की जानकारी
Meerut। बिजली सेवाओं को डिजीटल बनाने में लगा पीवीवीएनएल अब स्मार्ट मीटर लेकर आया है। स्मार्ट मीटर से न केवल कंज्यूमर्स को सप्लाई से लेकर बिल संबंधी सभी जानकारी हासिल हो सकेगी, बल्कि बिजली चोरी पर भी रोक लगेगी। पॉयलट प्लान के अंतर्गत विभाग की ओर से अब ट्रेडीशनल मीटरों को बदलकर उनके स्थान पर स्मार्ट मीटरों को लगाया जाएगा।
स्मार्ट मीटर का लाभ
दरअसल, स्मार्ट मीटर के माध्यम से पीवीवीएनल बिजली सेवाओं को डिजीटल बनाने में लगा है। एडवांस टेक्नोलॉजी बेस्ड स्मार्ट मीटर की वर्किंग किसी मिनी कंप्यूटर से कम नहीं होगी। विभाग के अनुसार जिस स्मार्ट मीटर की स्क्रीन पर कंज्यूमर की पूरी डिटेल इन्फोर्मेशन हर समय शो होती रहेगी। स्मार्ट मीटर लगने के बाद कंज्यूमर को अपना बिल जानने, बिल भुगतान करने या फिर किसी अन्य जानकारी के लिए इधर-उधर नहीं भटकना होगा। यह सारी जानकारी उसे स्मार्ट मीटर की स्क्रीन पर आराम से पढ़ सकता है।
स्क्रीन पर शो होगी सूचना
-कनेक्शन संख्या
-कनेक्शन धारक का नाम व पता
-स्वीकृत लोड
- रीडिंग व कुल कंजम्पशन
- बिल की राशि
- ड्यू डेट
- डिसकनेक्शन की डेट
- बिल जमा करने के बाद बिल रिडक्शन
बिजली चोरी पर लगेगी लगाम
स्मार्ट मीटरिंग के साथ विभाग की ओर से सभी डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर पर एक इलेक्ट्रिक मीटर स्थापित किया जाएगा। यह इलेक्ट्रिक मीटर उस डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर पर टोटल कंज्यूमर की संख्या, उनके स्वीकृत लोड की जानकारी व कंजम्पशन की डिटेल स्टोर रखेगा। ऐसे में कंज्यूमर्स के यहां लगाए गए लगाए गए स्मार्ट मीटरों के भार व रीडिंग से मेन मीटर में स्टोर्ड सूचनाओं से मैच कराया जाएगा, जिसमें बिजली की खपत व चोरी के मामले अलग-अलग होकर सामने आ जाएंगे।
पॉयलेट प्लान में मेरठ
योजना के अंतर्गत पीवीवीएनएन की ओर से सात शहरों को शामिल किया गया है, जिनमें मेरठ, गंगोह, बहजोई, दादरी, बागपत व गुलावठी आदि शामिल हैं।
बॉक्स
नहीं लगे प्रीपेड मीटर
दो साल पूर्व पीवीवीएनएल प्रीपेड मीटर स्कीम लेकर आया था। योजना के अंतर्गत शहर के सभी कंज्यूमर्स के घरों में प्रीपेड मीटर लगाया जाना था। लेकिन दो सालों में विभाग केवल 1500 घरों में ही प्रीपेड मीटर लगा पाया है।
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स्मार्ट मीटर के लगने से जहां जिली चोरी पर लगाम लगाई जा सकेगी, वहीं कंज्यूमर्स अपने बिल व भुगतान समेत सारी जानकारी घर बैठे ही मिलती रहेगी।
-पंकज कुमार, चीफ इंजीनियर मेरठ