-रांची यूनिवर्सिटी में 2016-17 से लागू होगा च्वॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम

-तैयारी को लेकर कोर कमेटी का गठन

RANCHI: रांची यूनिवर्सिटी के कॉलेजों में अगले सेशन से च्वॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम को लागू किया जाएगा, जिससे ग्रेजुएशन में मा‌र्क्स नहीं बल्कि ग्रेडिंग मिलेगी। इसकी तैयारी को लेकर मंगलवार को वीसी डॉ रमेश पांडे ने कॉलेज के प्रिंसिपल और डीन के साथ मीटिंग की, जिसमें एक कोर कमेटी का गठन किया गया, जो इसे लागू करने की तैयारी करेगी और इसके लिए सिलेबस भी तैयार करेगी।

सीबीएसई की तर्ज पर

रांची यूनिवर्सिटी के ग्रेजुएशन के स्टूडेंट्स को भी अब रिजल्ट में नंबर नहीं बल्कि सीबीएसई की तर्ज पर ग्रेडिंग सिस्टम दिया जाएगा। इसकी तैयारी कर ली गई है और अगले सेशन से इसे लागू कर दिया जाएगा। यूजीसी की ओर से जारी निर्देश के बाद इस मामले को लेकर मंगलावार को आरयू प्रशासन ने दूसरी मीटिंग की है, जिसमें कोर कमिटी का गठन किया गया। इसके अध्यक्ष प्रोवीसी डॉ एम रजीउद्दीन हैं। इसके अलावा डीएसडब्ल्यू डॉ एससी गुप्ता, साइंस डीन डॉ अंजनी श्रीवास्तव, डॉ। संजय सहित दो और मेंबर्स शामिल हैं। इसमें ग्रेजुएशन के स्टूडेंट्स को उनके प्रदर्शन के क्रेडिट के आधार पर ग्रेडिंग दी जाएगी। इससे उन्हें कहीं भी प्लेसमेंट में परेशानी नहीं झेलनी पड़ेगी। इसका यह भी फायदा होगा कि स्टूडेंट्स कभी भी बीच में अपने कॉलेज को छोड़कर दूसरे कॉलेज में जा सकते हैं।

कार्रवाई की मांग

रांची यूनिवर्सिटी मुख्यालय में मंगलवार को वीसी डॉ रमेश पांडे से एबीवीपी का प्रतिनिधिमंडल महानगर मंत्री शशांक राज के नेतृत्व में मिला। पीजी के सी और डी ब्लॉक में हुई क्षति के संबंध में बात की और छह महीने पहले हुए काम के जांच की डिमांड की। शशांक राज ने कहा कि यह बेहद शर्मनाक घटना है कि पीजी विभाग की छत उड़ जाती है। इससे पता चलता है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन पूरी तरह से भ्रष्टाचार में डूब चुका है। एबीवीपी यह डिमांड करती है कि इस मामले पर जल्द से जल्द दंडात्मक कारवाई हो। इस मौके पर अटल पांडे, नीतीश, अवधेश, वैभव और संतोष महतो सहित कई मेंबर्स मौजूद थे।