-यात्री सुविधाओं के लिए roadways ने बनाई योजना, जिस रूट पर होगी पैसेंजर्स की भीड़ उस रूट पर चलेंगी अधिक बसेज

-दिवाली के दिन यात्रियों को हुई थी फजीहत

दिवाली वाले दिन ड्राइवर व कंडक्टर के अभाव में विभिन्न रुट्स पर नहीं चलने वाली बसों के कारण यात्रियों जो परेशानियां झेलनी पड़ी उससे सबक लेते हुए रोडवेज ने नया प्लान तैयार किया है। छठ पूजा को लेकर अब यह तय किया गया है कि जिस रूट पर यात्रियों का दबाव अधिक होगा उस रूट पर अधिकतर बसेज चलाई जाएंगी। प्रयोग के तौर पर यदि सोनभद्र रूट पर यात्रियों की भीड़ अधिक होगी तो गाजीपुर रूट की बसेज सोनभद्र की ओर लगा दी जाएंगी। वहीं गाजीपुर रूट पर यात्रियों का अधिक दबाव होगा तो सोनभद्र की बस जाएगी। यात्री सुविधाओं को देखते हुए आरएम, एआरएम ने मीटिंग कर यह डिसीजन लिया है कि किसी भी हाल में यात्रियों को असुविधाएं नहीं झेलनी पड़े। भैया दूज के दिन मंगलवार को ही कुछ बसों को इसी तर्ज पर संचालित कराया गया। जबकि गाजीपुर, आजमगढ़, गोरखपुर, चंदौली, शक्तिनगर, मिर्जापुर, विंध्यनगर आदि रूट्स पर बसों की संख्या भी बढ़ाई गई है।

गाजीपुर, आजमगढ़ रोड पर थी कमी

दिवाली के दिन कैंट से गाजीपुर, आजमगढ़ रूट पर यात्रियों का दबाव बहुत ज्यादा रहा लेकिन इन रूट्स पर बसों की संख्या बहुत कम रही। लिहाजा कैंट रोडवेज बस स्टेशन पर इक्का दुक्का पहुंचने वाली बसों में सीट के लिए यात्रियों में मारामारी मची रही। यही नहीं, घंटों तक यात्रियों को बस स्टेशन पर खड़ा भी रहना पड़ा।

स्कैनिया है ना

नई दिल्ली से छठ पूजा पर घर लौटने वाले यात्रियों को यदि ट्रेन में बर्थ नहीं मिल रही है तो उनके लिए रोडवेज की एसी बस स्कैनिया बेस्ट साबित हो सकती है। दोपहर के ढाई बजे आनंद विहार से यमुना एक्सप्रेसवे होते हुए मुरादाबाद, इटावा, कानपुर, इलाहाबाद के रास्ते बस सुबह सात से आठ बजे कैंट पहुंच रही है।

यात्री सुविधाओं की बढ़ोत्तरी के लिए तमाम प्रयास किये जाते हैं। रोडवेज यही चाहता है कि पैसेंजर्स को यात्रा में कोई परेशानी न आये। इसी को लेकर योजना बनाई गई है।

पीके तिवारी

आरएम

रोडवेज कैंट