शासनादेश के तहत कस्तूरबा विद्यालय में माह में दो बार होना चाहिए परीक्षण

विभाग ने सीएमओ को लिखा पत्र

BAREILLY

बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में नए सत्र में एक बार भी छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण नहीं हुआ है। जबकि शासन के आदेशानुसार माह में दो बार छात्राओं को पूर्ण स्वास्थ्य परीक्षण होना चाहिए। इसके लिए अब विभाग ने सीएमओ को पत्र लिखकर कस्तूरबा विद्यालयों में चिकित्सकों की टीम भेजकर स्वास्थ्य परीक्षण कराने का अनुरोध किया है।

मौसम बदलने के साथ छात्राएं बीमार

कस्तूरबा विद्यालयों में पढ़ने वाली सभी छात्राएं बेहद गरीब परिवार से आती हैं। शिक्षा प्राप्त करने के लिए आपने परिवार से दूर रह रही इन छात्राओं की जिम्मेदारी पूरी तरह से बेसिक शिक्षा विभाग की होती है। मौसम के बदलने के साथ इन विद्यालयों में पढ़ने वाली छात्राएं सर्दी, जुकाम और बुखार से पीडि़त हैं। इस संबध में बीएसए को जानकारी दी गई है। विद्यालयों में इन छात्राओं को प्राथमिक उपचार देने के लिए फ‌र्स्ट एड बाक्स मौजूद रहता है। यदि कोई छात्रा अधिक बीमार हो जाती है तो उसके परिवार वालों को बुलाकर उसे घर भेज दिया जाता है।

रेगुलर नहीं होता परीक्षण

कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में पढ़ने वाली छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण बीते सत्र में रेगुलर नहीं हुआ था। इसके लिए विभाग द्वारा सीएमओ को कई बार पत्र लिखकर जानकारी भी दी गई थी, लेकिन स्कूलों में लगातार चिकित्सकों के पहुंचने में लापरवाही बरती गई। बीते सत्र में कस्तूरबा विद्यालयों में पढ़ने वाली छात्राओं को बीमारी के चलते पढ़ाई को बीच में छोड़कर घर जाना पड़ा था। हालांकि इलाज कराने के बाद वह वापस स्कूल आ गई, लेकिन छूटे हुए सिलेबस को कवर करने के लिए उन्हें काफी मेहनत करनी पड़ी।

सीएमओ काे लिखा पत्र

कस्तूरबा स्कूलों में छात्राओं के रेगुलर स्वास्थ्य परीक्षण कराने के लिए बीएसए द्वारा सीएमओ को पत्र लिखा जा चुका है। जिसमें माह में दो बार इन स्कूलों में बारी-बारी जाकर छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण कराने का अनुरोध किया गया है। बदलते मौसम को देखते हुए डॉक्टर्स छात्राओं को सही सलाह भी दे सकेंगे। ताकि छात्राओं को शिक्षा प्राप्त करने में कोई परेशानी न हो

डाटा-

डिस्ट्रिक्ट में कस्तूबा विद्यालय-18

पढ़ने वाली छात्राओं की संख्या- 1658

सीएमओ को कस्तूरबा विद्यालयों में डॉक्टर्स की टीम भेजने के लिए पत्र लिखा जा चुका है। जल्द ही सभी कस्तूरबा विद्यालयों में स्वास्थ्य परीक्षण शुरू हो जाएगा।

चंदना यादव, बीएसए