- ताजगंज, छत्ता के बाद कोतवाली के बाजार में चोरों ने किया हाथ साफ

- घटनाओं में तरीका लगभग एक जैसा, पुलिस की मौजूदगी में वारदात

आगरा। नोटबंदी के बाद चोरों ने दुकानों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। इस वर्ष की शुरूआत से ही लगातार सिटी में व्यापारिक प्रतिष्ठानों में सेंध लगाई जा रही है। बड़े शातिराना तरीके से वारदात को अंजाम दिया जा रहा है। चोर रात के अंधेरे में सब्बल से दुकान का शटर उठाते हैं। खास ये है कि इस दौरान कोई आवाज नहीं होती। चोरों ने ताजगंज के नंदा बाजार, छत्ता के मोतीगंज व देवी शारदा मार्केट के बाद अब मंगलवार रात को थाना कोतवाली के लुहार गली को निशाना बनाया। न्यू मार्केट की 16 दुकानों के ताले चटका दिए। आधा दर्जन दुकानों पर चोरों ने हाथ साफ कर दिया। यहां पर भी मात्र कैश पर हाथ साफ किया। पुलिस की गश्त और चौकीदार की मौजूदगी होने पर भी चोरी हो गई।

पांच बजे गश्त, नौ बजे चोरी की सूचना

लुहार गली पुराना और घना बाजार है। यहां पर कुल 485 दुकानें हैं। न्यू मार्केट में 16 दुकानें हैं। तीन चौकीदार मार्केट में बताए गए हैं इनमें मंगलवार की रात एक चौकीदार था, जो दुकानों से चंद कदम की दूरी पर था। इसके अलावा सुबह पांच बजे चौकी इंचार्ज वहां पर गश्त करके भी आए थे। सुबह नौ बजे जब व्यापारियों ने दुकान खोली तो वारदात का पता चला।

बंद थे सीसीटीवी कैमरे

दुकानदारों ने बताया कि मार्केट में कहीं भी सीसीटीवी नहीं हैं, लेकिन सभी की दुकानों में सीसीटीवी हैं। रात में दुकान बंद करने के दौरान सीसीटीवी कैमरे भी बंद कर जाते हैं क्यों कि एक बार मार्केट में भीषण आग लग चुकी है। करोड़ों का नुकसान हुआ था। इसके चलते व्यापारी कोई खतरा नहीं लेना चाहते।

न पुलिस छोड़ती है और न चोर

घटना को लेकर व्यापारियों में आक्रोश है। लुहार गली व्यापार समिति के महामंत्री संदीप गुप्ता के मुताबिक व्यापारी न तो अपना कैश ले जा सकता है और न ही उसका कैश दुकान में सेफ है। एसएसपी से मुलाकात की थी तो बोला गया कि 10 लाख तक का कैश ले जा सकते हैं, लेकिन पुलिस 20 हजार कैश पर भी पूछताछ करने लगती है। इस घटना के बाद से व्यापारियों में आक्रोश है। समिति के लोग मामले को लेकर उच्चाधिकारियों से मुलाकात करेंगे।