गेट पर आने वाले दिव्यांग और बुजुर्गो को कर्मचारी दिखाएंगे धरोहर

गवर्निग बॉडी की बैठक में राज्यपाल ने लिफ्ट लगाने की भी दी मंजूरी

dhruva.shankar@inext.co.in

ALLAHABAD: देश के चार राष्ट्रीय संग्रहालयों में शुमार इलाहाबाद संग्रहालय ने दिव्यांग और बजुर्गो को न्यू ईयर गिफ्ट देने का फैसला लिया है। अब तक देश की राष्ट्रीय धरोहरों को देखने से वंचित लोगों के लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी। हां इसके लिए उन्हें संग्रहालय के गेट तक पहुंचना होगा। इसके बाद संग्रहालय के कर्मचारी उन्हें कोना-कोना दिखाएंगे। उन्हें कोई दिक्कत न हो इसके लिए लिफ्ट लगाने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई है।

दो माह पहले बना था प्रस्ताव

संग्रहालय में दिव्यांगों के साथ ही बुजुर्गो को लिफ्ट की सुविधा देने का प्रस्ताव दो महीने पहले बनाया गया था। निदेशक राजेश पुरोहित ने 24 दिसम्बर को लखनऊ स्थित राजभवन में हुई गवर्निग बॉडी की बैठक में प्रस्ताव रखा। इसे गवर्निग बॉडी के चेयरमैन व राज्यपाल राम नाईक ने पारित कर दिया। अब संग्रहालय प्रशासन ने अगले वित्तीय वर्ष में केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग के जरिए लिफ्ट बनाने का निर्णय लिया है।

फ‌र्स्ट फ्लोर पर हैं ऐतिहासिक धरोहर

संग्रहालय के फ‌र्स्ट फ्लोर में गांधी गैलरी, नेहरु गैलरी, स्वतंत्रता संग्राम गैलरी, आधुनिक गैलरी व अस्त्र-शस्त्र गैलरी है। यहां देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं। जवाहर लाल नेहरू व राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जीवन से संबंधित दस्तावेज व दुर्लभ चित्र हैं। अस्त्र-शस्त्र गैलरी में प्रथम व द्वितीय विश्व युद्ध के अस्त्र-शस्त्र व चित्र शामिल हैं।

अब तक बुजुर्ग व दिव्यांग संग्रहालय तक पहुंचने के बावजूद सुविधाओं के अभाव में ऐतिहासिक धरोहरों को देखने की कसक मन में लिए लौट जाते थे। अब ऐसा नहीं होगा। नया वित्तीय वर्ष शुरू होने के तीन माह के भीतर सुविधाएं उपलब्ध करा दी जाएंगी। लिफ्ट की सुविधा सिर्फ दिव्यांग व बजुर्गो को ही दी जाएगी।

राजेश पुरोहित, निदेशक इलाहाबाद संग्रहालय