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प्रेमी से मिलने पर पाबंदी लगाई तो 14 साल की किशोरी ने की हत्या की कोशिश

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-नवाबगंज के मैनावती मार्ग की घटना, रिश्ते में भतीजी की हत्या की कोशिश

-चाकू से ताबड़तोड़ सात वार किए, मरा समझकर छोड़ दिया

-पीडि़ता ने होश आने पर सच्चाई बयां की, आरोपी किशोरी ने कबूला जुर्म

KANPUR : नवाबगंज में चौदह साल की बिगड़ैल किशोरी की करतूत से घर वाले समेत इलाकाई लोग हतप्रभ हो गए। घर वालों ने उसके प्रेमी से मिलने पर पाबंदी लगाई तो उसने उल्टा घर वालों को सबक सिखाने के लिए ग्यारह साल की भतीजी की हत्या करने की कोशिश कर डाली। उसने तड़के प्लानिंग बनाकर भतीजी पर चाकू से हमला बोल दिया। जिससे वो बेसुध हो गई और किशोरी ने उसको मरा समझकर अज्ञात हमलावर के घर में घुसकर उसकी हत्या करने की झूठी कहानी गढ़ दी। आनन-फानन में परिजन लहूलुहान किशोरी को हॉस्पिटल ले गए। जहां उसके होश में आने पर वारदात का खुलासा हुआ। इसके बाद पुलिस ने आरोपी किशोरी से पूछताछ की तो उसने जुर्म तो कबूल कर लिया है, लेकिन अब वो परिजनों पर आरोप लगाकर बदला लेने का बयान दे रही है। फिलहाल पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर पड़ताल शुरू कर दी है।

दोस्ती में बिगड़ गई

नवाबगंज के मैनावती मार्ग में श्रीराम स्टेट में रहने वाले राम किशोर आरबीआई से रिटायर्ड हैं। उनके घर में पत्नी रानी, छोटी बेटी कोमल, चौदह वर्षीय नाती सोना और दस वर्षीय पोती रश्मि (सभी काल्पनिक नाम) हैं। सोना की मां की मौत हो चुकी है। उसके पिता कृष्णानगर में रहते हैं। वो पहले पिता के साथ ही रहती थी। उसकी इलाकाई एक लड़के की दोस्ती में बिगड़ गई थी। जिसे देख पिता ने उसको करीब चार महीने पहले नाना राम किशोर के घर में छोड़ दिया। वहीं, रश्मि के पिता यानि राम किशोर का बेटा केशवपुरम में रहकर प्राइवेट जॉब कर रहा था। वो बीच-बीच में घर जाता रहता था।

फोन पर दी हमले की जानकारी

करीब एक सप्ताह पहले राम किशोर की पत्नी और बेटी रिश्तेदार के घर गए थे। यहां पर राम किशोर नाती सोना और पोती रश्मि के अकेले थे। तड़के सोना ने रश्मि के पिता को फोन कर जानकारी दी कि घर में एक अज्ञात हमलावर घुस आया था। जिसने चाकू से हमला कर रश्मि को मार दिया है। जिसे सुनकर रश्मि के पिता के होश उड़ गए। वो भागकर घर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि रश्मि लहूलुहान हालत में फर्श में पड़ी है। उन्होंने रश्मि को नब्ज चेक की तो पता चला कि वो अभी जिंदा है। वो आनन-फानन में उसको प्राइवेट हॉस्पिटल ले गए, जहां उसको आईसीयू में रखकर उपचार किया जा रहा है। इसी दौरान पुलिस ने मौके पर जाकर जांच कर अज्ञात हमलावर की तलाश शुरू कर दी। इधर, जब हॉस्पिटल में रश्मि ने होश में आने पर सोना पर चाकू से हमला करने की सच्चाई बताई तो सबके होश उड़ गए। पुलिस ने सोना को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने सच्चाई कबूल कर चाकू भी बरामद करवा दिया।

नाराजगी का बदला लिया

पारिवारिक सोर्सेज के मुताबिक सोना कृष्णानगर से नाना के घर भेजे जाने से नाराज थी। वो बार-बार करीबी दोस्त से मिलना चाहती थी, लेकिन नाना की निगरानी की वजह से वो उससे नहीं मिल पा रही थी। जिससे नाराज होकर उसने यह कदम उठाया। वहीं, सोना पहले तो पुलिस को टहलाती रही, लेकिन बाद में उसने परिजनों पर अपनी मां की मौत का आरोप लगाकर बदला लेने की बात कही है।

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सात बार किया वार

सोना हर कीमत में रश्मि को मारना चाहती थी। इसकी पुष्टि रश्मि के शरीर में चाकू के घाव से हो गई है। रश्मि के गर्दन, चेहरे, गाल में सात चाकू के घाव मिले हैं। जिसमें गर्दन का घाव काफी गहरा है। रश्मि ने होश में आने पर बताया कि दीदी ने एक के बाद एक सात वार किए थे। वो रोते हुए बुआ से गिड़गिड़ा रही थी, लेकिन बुआ को उस पर दया नहीं आई। बल्कि वो उस पर चाकू से वार करती जा रही थी।