देहरादून

सोशल साइटस पर दोस्ती अैार विदेशी निवेश करने का झांसा देकर ठगने वाले नाइजीरियन 419 गिरोह के 100 से अधिक बैंक खातों में करोड़ों का ट्रांजेक्शन हुआ है। इस गिरोह पर ठगी की रकम का जमीन में निवेश करने का भी संदेह है। गिरोह में कुछ इंडियन भी शामिल हैं, जिनके जरिए ठगी के माल से जमीनों में निवेश किया गया। बैंक अकाउंट से किए गए ट्रांजेक्शन से निवेश का पता लग सकता है। साइबर थाना पुलिस को करीब 50 खातों की डिटेल मिल चुकी है, लेकिन पकड़े गए ठग से पूछताछ में अन्य खातों का भी पता चला है। ऐसे में मंडे को पुलिस जिन बैंक अकाउंटस की डिटेल मिल गई,उनमें ट्रांजेक्शन बंद कराने और अन्य की डिटेल जुटाने का प्रयास करेगी। साइबर थाना पुलिस ने शहर के एक बुजुर्ग व्यापारी से 58 लाख रुपए की धोखाधड़ी के आरोप में दिल्ली से शातिर नाइजीरियन ठग प्रॉमिस एबुका अनियाबोलू को गुरूग्राम से अरेस्ट किया था। उससे पूछताछ के बाद कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया गया है।

 

दून भी आया था एक नाईजीरियन:

साइबर थाना पुलिस को इस मामले में ठग गिरोह के अन्य मैंबर्स की भी तलाश है। गैंग में कुछ लड़कियां और एक अन्य नाइजीरियन युवक भी शामिल है। देहरादून में हुई ठगी के मामले में यहां के व्यापारी को विश्वास दिलाने के लिए एक युवक आया था। उसका हुलिया पकड़े गए युवक मैच नहीं किया। ऐसे में यह पुख्ता हुआ कि एक अन्य युवक भी इसमें शामिल है।

दो मॉडयूल कर रहे थे ठगी: ऑन लाइन फ्रॉड के जाल में फांस कर ठगी करने वाली इस गिरोह के बारे में साइबर थाना पुलिस को कई अहम जानकारियां मिली हैं। गिरोह के ठगी के लिए दो मॉडयूल काम करते हैं। एक मॉडयूल ऑन लाइन फ्रेंडशिप और कॉलिंग के जरिए झांसे में लेता है और दूसरा मॉडयूल रकम डिपॉजिट कराने और विड्राल करने का काम करता है। नाइजीरियन ठग प्रॉमिस की गैंग में करीब 8 से 10 मैंबर शामिल हो सकते हैं।

 

यूआईडी और आयकर को पत्र लिखेगी पुलिस:

प्रॉमिस के पास आधार और पैन कार्ड मिला है। ऐसे में वह टूरिस्ट वीजा पर होते हुए भी यहां अधिकतर वो सब ए1िटविटी कर रहा था जो एक इंडियन कर सकता है। ऐसे में पुलिस यूनिक आई डी अथॉरिटी और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को डिटेल्स भेजकर इनकी सचाई और कैंसल कराने के लिए पत्र लिखेगी।

पत्नी भी हो सकती है शामिल: प्रॉमिस ने नॉर्थ इस्ट की एक लड़की से शादी कर ली, उसके दो बच्चे भी हैं। ठगी के इस मामले में दून के व्यापारी के पास लेडी कॉलर का भी फोन आया था। संदेह है कि प्रॉमिस की वाइफ भी इस खेल में शामिल हो सकती है।


पुलिस को गुमराह करने की कोशिश:

प्रॉमिस अनियाबोलू ने पकड़े जाने पर पुलिस को लैंग्वेज प्रॉ4लम का झांसा देकर गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसे सख्ती से पूछताछ शुरू की,तो वह टूट गया। वह इनते समय से इंडिया में रहकर ठगी का गेम चला रहा है कि उसे हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाएं भी आती है। काफी मशक्कत के बाद उसने पुलिस को ठगी की पूरी करतूत बताई।