-पाकरटांड़ प्रखंड के शिकारियाटांड़ पंचायत का मामला

-पिथयारटोली के दो व बड़काटोली के दो

RANCHI: सिमडेगा जिले में एंथ्रेक्स का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन नए नए जगहों से एंथ्रेक्स के मरीज सामने आ रहे हैं। ताजा मामला जिले के पाकरटांड़ प्रखंड के शिकारियाटांड़ पंचायत का है, जहां सोगड़ा पिथयारटोली व बड़काटोली से एंथ्रेक्स के नौ संदिग्ध मरीज मिले हैं। इनमें से सात मरीज सदर अस्पताल में भर्ती किए गए हैं। वहीं दो अन्य संदिग्ध मरीजों को स्वास्थ्य विभाग ने दवाएं दी हैं।

मणिपाल यूनिवर्सिटी भेजे गए सैंपल

बड़काटोली से आए मरीजों से मिली जानकारी के अनुसार, उन लोगों ने भी गांव में मरी बकरी को आहार बनाया था। डॉ। अध्ययन शरण ने बताया कि सभी प्रभावितों का ब्लड सैंपल लेकर जांच के लिए मणिपाल यूनिवर्सिटी भेजा गया है। बताया कि सभी मरीजों के स्वास्थ्य के साथ ही प्रभावित गांव पर भी विभाग द्वारा नजर रखी जा रही है। सहिया तथा अन्य स्वास्थ्यकर्मियों के माध्यम से उन्हें जागरूक करने का भी काम किया जा रहा है।

मृत बकरी का खाया था मीट

पहला मामला पिथयारटोली से आया, जहां के अशोक खेस्स तथा मरियानुस ¨कडो ने अपने एक दोस्त डेविड के साथ मिलकर एक मृत बकरी को कुछ दिन पहले आहार बनाया था। इनमें डेविड को छोड़कर दोनो के हाथों में जख्म हुए, जिसके बाद अशोक शनिवार को निजी क्लिनिक में इलाज के लिए गया। इसके बाद यह मामला सामने आया। एंथ्रेक्स के संदिग्ध मरीज की जानकारी के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम डॉ। अध्ययन शरण के नेतृत्व में पिथयारटोली गई और ग्रामीणों के बीच दवा वितरण कर लोगों को इसके प्रति जागरूक किया। शनिवार की रात में पिथयारटोली के समीप स्थित बस्ती बड़काटोली के सात लोग जन्मेजय प्रधान, दिव्या बाड़ा, प्रकाश बिलुंग, शनिराम प्रधान, अल्बर्ट सोरेंग, विपिन डुंगडुंग, एलेव सुरीन सदर अस्पताल पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने सभी मरीजों को एडमिट कर लिया। इस दौरान जिला महामारी विशेषज्ञ डॉ। अध्ययन शरण की देखरेख में सभी का इलाज किया जा रहा है।