- शहर में समाजिक संस्थाओं द्वारा निर्भया कांड की दूसरी बरसी पर कई जगहों पर दी गई श्रद्धांजलि

-काशी विद्यापीठ के छात्रों ने निकाला कैंडिल मार्च, ललित कला विभाग में हुआ कार्यक्रम

VARANASI : दो साल पहले दिल्ली में दरिंदगी की शिकार हुई निर्भया की मंगलवार को दूसरी बरसी थी। इस मौके पर समाजिक संस्थाओं द्वारा शहर में निर्भया को कई जगहों पर श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान सामाजिक संस्था मैसवा (मेन एक्शन फॉर स्टॉपिंग वॉयलेंस अगेन्स्ट विमेन) एवं ललित कला विभाग, विद्यापीठ की ओर से पब्लिक अवेयरनेस के लिए सामूहिक चित्र निर्माण कार्यक्रम ऑर्गनाइज किया गया। बीएफए व एमएफए के स्टूडेंट्स ने पेंटिंग के जरिये महिलाओं के संग होने वाले अत्याचारों को दर्शाया। ललित कला विभाग की एचओडी प्रो। मंजुला चतुर्वेदी ने कहा कि पुरूष समाज को आगे आकर महिलाओं के प्रति हिंसा के समापन की जिम्मेदारी लेनी होगी। तभी महिलाएं भयमुक्त होकर पुरूषों के साथ कदम से कदम मिलाकर राष्ट्रीय विकास में अपना योगदान सुनिश्चित कर सकती हैं। प्रोग्राम में डॉ। अनुप घोष, डॉ। सुनील कुमार विश्वकर्मा, डॉ। रामराज डॉ। शत्रुघ्न, मैसवा के समन्वयक प्रो। संजय मैसवा समेत अन्य लोग मौजूद थे। वहीं म्यूजीशियन अगेन्स्ट टॉर्चर, मानवाधिकार जन निगरानी समिति, सावित्री बाई फुले महिला पंचायत, डेनिस इंस्टिट्यूट अगेन्स्ट टॉर्चर (डिग्निटी) ने भी निर्भया को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके अलावा मंगलवार शाम विद्यापीठ के छात्रनेताओं ने भारत माता मंदिर से कैंडिल मार्च भी निकाला। इस दौरान छात्रसंघ अध्यक्ष संदीप सिंह, महामंत्री अनीत पटेल, गौरव सिंह आदि कई छात्र शामिल रहे।