-डॉ। शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय के कुलपति थे प्रो। राय

-सीएम की अध्यक्षता में हुई सामान्य परिषद की बैठक में किया गया फैसला

LUCKNOW

डॉ। शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो। निशीथ राय को अनियमितता के आरोप में पद से हटा दिया गया है। उनके ऊपर लगाए गए आरोपों की जांच रिटायर्ड जज शैलेंद्र सक्सेना करेंगे। जांच होने तक राजस्व परिषद के अध्यक्ष प्रवीर कुमार कुलपति का कार्यभार देखेंगे। यह निर्णय शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई विश्वविद्यालय की सामान्य परिषद की बैठक में लिया गया।

हाईकोर्ट से मिली थी राहत

प्रो। निशीथ राय पर आरोप हैं कि वह बिना छुट्टी लिए दो-दो पदों पर काम कर रहे हैं। उन पर हाईस्कूल की जन्मतिथि गलत बताने, नियुक्तियों में गड़बड़ी करने सहित कई आरोप हैं। पिछले वर्ष अगस्त में भी सरकार ने उन्हें हटाने के आदेश किए थे लेकिन, प्रक्रिया पूरी न होने के कारण उन्हें हाईकोर्ट से राहत मिल गई थी। हाईकोर्ट ने कहा था यदि निशीथ राय के खिलाफ कोई मामला है तो उसे सामान्य परिषद की बैठक में लाकर निर्णय लिया जाए। इसी के बाद सरकार ने सामान्य परिषद की बैठक में कुलपति हटाने का प्रस्ताव तैयार किया। पहले सामान्य परिषद की यह बैठक नौ जनवरी को होनी थी लेकिन, सामान्य परिषद के सदस्यों के कई पद खाली होने के कारण यह बैठक स्थगित कर दी गई थी। सरकार ने पहले परिषद में सदस्यों की नियुक्तियां की। इसके बाद शनिवार को यह बैठक की। इसमें निशीथ राय पर लगे आरोपों की जांच रिपोर्ट रखी गई। बैठक में तय हुआ कि जांच होने तक निशीथ राय को कार्य से विरत रखा जाए।

राजनीतिक दुर्भावना से हुई कार्रवाई

कुलपति पद से हटाए गए प्रो। निशीथ ने योगी सरकार पर राजनीतिक दुर्भावना से कार्रवाई का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सामान्य परिषद की शनिवार की बैठक अवैध है। सामान्य परिषद की बैठक की सूचना 15 दिन पहले सदस्यों को देनी चाहिए थी लेकिन, इसमें ऐसा नहीं किया गया। हाईकोर्ट ने भी यह कहा था कि अगर प्रथम दृष्टया कोई आरोप बनते हैं तो तीन माह के अंदर कार्रवाई शुरू कर दी जाए। 15 फरवरी को तीन माह का समय पूरा हो चुका है। इसके बाद मेरे ऊपर कार्रवाई की गई।