-एनआईटी के टेक्नोक्रेट की टीम करेगा गांवों का सेलेक्शन

-हर मॉडल विलेज पर दो लाख रुपए खर्च किए जाएंगे

PATNA: नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एनआईटी बिहार के पांच विलेज को मॉडल विलेज बनाएगा। इसकी तैयारी की जा रही है। इंस्टीट्यूट द्वारा प्रत्येक विलेज के डेवलपमेंट के लिए दो लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। अक्टूबर के लास्ट वीक में प्रेसिडेंट डॉ प्रणब मुखर्जी के साथ देशभर के एनआईटीज के डायरेक्टर्स की मीटिंग हुई थी। मॉडल विलेज डेवलप करने का आइडिया वहां से ही डेवलप किया गया था। इसके तहत हर एनआइटी को गांवों को डेवलप करने की बात की गई थी। इसके लिए हर एनआईटी एक अलग से एक टीम बनाएगी। इंस्टीट्यूट के सीनियर टीचर और एक्स डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रो जीके चौधरी को इसका कन्वेनर बनाया गया है।

टेक्नोक्रेट करेंगे डेपलपमेंट वर्क

हर विलेज के लिए पांच टेक्नोक्रेट की टीम होगी। टीम कन्वेनर की अध्यक्षता में बैकवर्क विलेज का सलेक्शन किया जाएगा। इसके बाद वहां मूलभूत रूप से किन समस्याओं को दूर करना है यह तय किया जाएगा। इसमें खास बात यह होगी कि यह टेक्नोक्रेट के द्वारा किया जाएगा। इससे लोगों को एरिया डेवलमपमेंट के लिए टेक्नोलाजी के एक्सेस और यूटिलिटी के बारे में जानकारी दी जाएगी।

हेल्थ एजुकेशन पर रहेगा जोर

इस मॉडल विलेज के कान्सेप्ट में स्वच्छ भारत, प्रधानमंत्री जन-धन योजना और अन्य डेवलपमेंट की योजनाओं को बेहतर तरीके से लागू करने पर जोर दिया जाएगा। इससे न सिर्फ विलेज एक मॉडल बनेगा, बल्कि ऐसे योजनाओं के बेहतर एग्जीक्यूशन पर भी बल मिलेगा। इस प्रकार के काम में इंस्टीट्यूट न सिर्फ फाइनेंशियल बल्कि अन्य तरह से भी सपोर्ट किया जाएगा। इस बारे में टीम के कन्वेनर प्रो। जी के चौधरी ने बताया कि इसके लिए योजना पर काम अभी शुरुआती दौर में है। अभी विलेज का सलेक्शन किया जाएगा। इसके लिए अगले हफ्ते तक एक मीटिंग बुलाकर इसके विभिन्न पहलुओं पर विचार किया जाएगा।