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JAMSHEDPUR: अमेरिका के कैलीर्फोनिया में 6 से 8 अप्रैल को आयोजित एसएई एयरोनाटिक्स वेस्ट डिजाइनिंग प्रतियोगिता में तीसरा स्थान प्राप्त कर एनआईटी जमशेदपुर के स्टूडेंट्स ने देश का नाम रोशन किया है। एनआईटी जमशेदपुर अ‌र्न्तराष्ट्रीय प्रतियोगिता में तीसरा स्थान प्राप्त करनेवाला देश का पहला संस्थान बन चुका है। प्रतियोगिता में दुनिया भर की 75 टीमों ने हिस्सा लिया था। जिसमें जमशेदपुर एनआटी के स्टूडेंट्स ओवरऑल प्रतियोगिता में 7वीं वहीं डिजाइनिंग में तीसरी रैंक हासिल की। उनकी सफलता पर एनआईटी के निदेशक डॉ केके शुक्ला सहित सभी प्रोफेसरों ने खुशी जताते हुए छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।

42 लोगों की टीम

इस सफलता के लिए मैकेनिकल विभाग के प्रोफेसर डा। एमके सिन्हा ने अहम रोल अदा किया। एनआईटी में एयरोनाटिक्स ब्रांच नहीं होने के पर भी मैकेनिकल विभाग के डॉ सिन्हा ने छात्रों की हर संभव सहायता की। एयरक्राफ्ट बनाने में बीटेक फ‌र्स्ट ईयर के 18, सेकेंड ईयर के 12, थर्ड ईयर के 10 और फाइनल के 2 स्टूडेंट शामिल रहे। प्रो सिन्हा ने बताया कि एनआईटी जमशेदपुर पिछले चार सालों से प्रतियोगिता में शामिल हो रहा था जिससे हमें गलतियों से बहुत कुछ सीखने का मौका मिला। उन्होंने बताया कि इस बार के क्राफ्ट को हमने हल्का बनाया जिससे वह आसानी से उड़ सके।

टीम में रहे छह स्टूडेंट

एनआईटी के प्रोफेसर प्रो। सिन्हा ने बताया कि एनआईटी पिछले चार सालों से कम्टीशन की तैयारी कर रही थी। उन्होंने बताया कि पहले टीम ईस्ट जो कि फ्लोरिडा में होता था भाग लेती थी लेकिन दो सालों से टीम वेस्ट जोन में भा ले रही है। उन्होंने बताया कि 2017 में एनआईटी जमशेदपुर को 41वां स्थान प्राप्त हुआ था। टीम में धीरज, अभिषेक मिश्रा, शुभम बरनवाल,अनुराग प्रियदर्शी, शुभम चटर्जी और रोहित सिंह आदि रहे।

पांच लाख का आया खर्च

टीम के कैप्टन रहे धीरज कुमार ने बताया कि वेस्ट कंटीशन में हिस्सा लेने के लिए एक हजार अमेरिका डालर से रजिस्ट्रेशन कराना होता है। इसके साथ ही प्लेन को बनाने में कुल 5.5 लाख रुपये का खर्च आया है।

इंडस्ट्री ने किया सहयोग

छात्रों को प्लेन बनाने के लिए आदित्यपुर इंड्रस्टियल संस्थाओं ने सहयोग किया। आदित्यपुर की अनीता इंटरप्राइजेज, वीएस इंटरप्राइजेज, टाटा मेटालिक्स,आइडा, एबीआई, उषा मार्टिन, मिथिला मोटर, आकृति साइन सिस्टम, एवी इंजीनियरिंग,एएसएल इंटरप्राइजेज,आउटोटेक इंटरप्राइजेज,बिहार पैंकिंग डास टूल जैसी सैकड़ों संस्थाओं ने एयर क्राफ्ट बनाने में मदद की।

पिछले चार साल की मेहनत रंग लाई है। पिछले साल जमशेदपुर एनआईटी की 41 वीं रैंक आई थी। इस बार तीसरी रैंक लाकर छात्रों संस्थान के साथ ही देश का नाम भी रोशन किया। मेरे मार्गदर्शन में टीम की उपलब्धि पर मुझे बेहद प्रसंन्नता है।

डॉ एमके सिन्हा, प्रो। मैकेनिकल ब्रांच

संस्थान की इस उपलब्धि ने संस्थान को देश के उच्च संस्थानों की लिस्ट में लाकर खड़ा कर दिया है। छात्रों की मेहनत रंग लाई है। टीम के सभी छात्रों और प्रोफेसरों की मेहनत का नतीजा है। सभी छात्रों को ढेरों बधाई।

के के शुक्ला, निदेशक, एनआईटी