-एफडीए की टीम ने पचास बोतलें सीज की

-पुलिस ने शराब बेचने के शक में दुकान पर मारा था छापा

-ड्रग इंस्पेक्टर ने दुकानदार से की पूछताछ

Daurala : मवी गांव में बुधवार को परचून की दुकान से प्रतिबंधित आक्सीटोसिन की बिक्री के शक पर छापा मारा। कथित रूप से प्रतिबंधित इंजेक्शन की पचास से अधिक बोतलें सीज की और उनका सैंपल जांच के लिए भेज दिया।

बोतल बरामद की

मंगलवार रात दौराला पुलिस ने भी उक्त दुकान पर शराब बेचे जाने के शक में छापा मारा था। मवी गांव निवासी विनोद पुत्र रतिराम परचून की दुकान करता है। मंगलवार को मुखबिर की सूचना पर दौराला पुलिस ने उसकी दुकान पर छापा मारा। पुलिस को शक था कि दुकानदार शराब बेचने का कार्य करता है। पुलिस ने चेकिंग के दौरान ऐसी बोतलें बरामद की जो पशुओं के दूध निकालने में प्रयोग में आती हैं। हालांकि उन पर लेबल नहीं लगा था। पुलिस ने दुकानदार को थाने ला कर पूछताछ भी की। बुधवार को एफडीए फूड एंड ड्रग एडमिनस्ट्रिेशन के कमिश्नर के निर्देश पर एफडीए की टीम ने छापा मारा। ड्रग इंस्पेक्टर संदीप चौधरी व लवकुश मवी पुलिस बल के साथ उक्त दुकान पहुंचे। दुकानदार से पूछताछ की। इस पर दुकानदार ने सेल्समैन के बारे में कोई जानकारी होने से इनकार कर दिया। संदीप चौधरी ने बताया कि दुकान से साठ एमएल की बीस और पैंतीस एमएल की फ्0 बोतलें बरामद की। उन्होंने कहा कि शक आक्सीटोसिन का बिक्री का है। लेकिन लेबल नहीं होने के चलते उसे जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा रहा है।

कैंसर का कारक है आक्सीटोसिन

दूध निकालने के लिए आक्सीटोसीन इंजेक्शन पशुओं के लिए लगाया जाता है। परंतु इससे पशुओं में बांझपन, मर्दो में नार्मदी व महिलाओं में स्तन कैंसर का रोग का खतरा बन जाता है। इसलिए सरकार ने इस इंजेक्शन पर रोक लगा दी।