RANCHI : बिजनेसमैन पवन अग्रवाल की हत्या के पांच दिन गुजर चुके हैं, लेकिन हत्या की गुत्थी नहीं सुलझी है.शक की बेसिस पर पुलिस छापेमारी तो कर रही है, पर हत्यारों का कोई सुराग नहीं मिल रहा है। इस मर्डर केस को लेकर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं। गौरतलब है कि क्8 सितंबर की रात 8.फ्0 बजे पवन अग्रवाल को अपराधियों ने उस वक्त गोली मार दी थी, जब वे अपर बाजार के नॉर्थ मार्केट स्थित अपने शॉप को बंद कर ईस्ट जेल रोड स्थित अपने आवास गुरुकृपा लौट रहे थे। बाइक पर पहले से ही पहुंचे अपराधियों ने उनके घर के बाहर ही इस घटना को अंजाम दिया था। गोली लगने के बाद उन्हें सेंटेविटा हॉस्पिटल ले जाया गया था, जहां उनकी मौत हो गई थी।

खंगाला जा रहा कॉल डिटेल्स

रांची पुलिस की पिछले पांच दिनों में यही सफलता रही है कि वह पवन अग्रवाल के मोबाइल नंबर पर आए कॉल्स की बेसिस पर उनके रिश्तेदारों और दोस्तों से पूछताछ कर चुकी है। इसके अलावा खंगाले जा रहे कॉल्स डिटेल्स की बेसिस पर छापेमारी कर रही है, ताकि अपराधियों को पकड़ा जा सके। रांची पुलिस डिफरेंट एंगल्स से इस मामले की छानबीन कर रही है। पुलिस का मानना है कि जल्द ही पवन अग्रवाल मर्डर केस का खुलासा कर लिया जाएगा।

जेल में जाकर की तहकीकात

बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल होटवार में बंद कई अपराधियों से भी रांची पुलिस पवन अग्रवाल मर्डर केस में पूछताछ कर चुकी है। इसके अलावा जेल निकले अपराधियों के बारे में भी पुलिस जानकारी हासिल करने में जुटी हुई है। पुलिस का कहना है कि पवन अग्रवाल के परिजनों द्वारा पूछताछ में सहयोग नहीं किए जाने से इन्वेस्टीगेशन में दिक्कतें आ रही हैं। पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि कहीं पुरानी रंजिश, लेन-देन अथवा जमीन के विवाद में तो पवन अग्रवाल की हत्या नहीं हुई।

अपराधियों से भी पूछताछ

पवन अग्रवाल मर्डर केस में पुलिस ने कुछ अपराधियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। पुलिस इन अपराधियों से यह जानने की कोशिश कर रही है कि घटना के दिन वे कहां थे। अपराधियों के मोबाइल नंबर को लेकर उस दिन उनके लोकेशन को भी जानने की कोशिश पुलिस कर रही है। इसके अलावा जेल से हाल ही में छूटे कई अपराधियों के ठिकाने पर भी पुलिस शनिवार और रविवार को छापेमारी कर चुकी है, पर इस मर्डर केस में शामिल अपराधियों के बारे में जानकारी नहीं मिल सकी।