- एनएमसीएच में पेशेंट को मिलने वाली सुविधाओं में घोर लापरवाही

- खुले में शौच कर रहे हैं पेशेंट, तो बदहाल है ईएनटी वार्ड

PATNA CITY : पेशेंट को मिलने वाली सुविधाओं को लेकर एनएमसीएच पर मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) की तलवार लटकी है। इसके बावजूद एनएमसीएच में पेशेंट को मिलने वाली सुविधाओं में लगातार कमी आ रही है। एक ओर जहां पेशेंट खुले में शौच जाने को मजबूर हैं वहीं दूसरी ओर हॉस्पीटल में बेड तक नहीं मिल रहा।

जमीन पर लगे हैं गद्दे

एनएमसीएच में बेड की कमी से ईएनटी के पुरुष वार्ड में जमीन पर ही क्0 गद्दे बिछा दिए गए हैं। यहां एडमिट पेशेंट जमीन पर ही सोने को मजबूर है। डॉक्टर्स, नर्स और मैनेजमेंट से जुडे़ स्टाफ को ये प्रॉब्लम नहीं दिखती। पेशेंट को जमीन पर सुलाने का ये सिलसिला लंबे समय से चल रहा है।

फ्0 बेड, भ्0 पेशेंट

ईएनटी डिपार्टमेंट की कैपेसिटी फ्0 बेड की है, लेकिन पेशेंट इससे अधिक हैं। ऐसा नहीं है कि ईएनटी में पहली बार कैपेसिटी से अधिक पेशेंट हैं। इसके बाद भी हॉस्पीटल एडमिनिस्ट्रेशन ने एक भी एक्स्ट्रा बेड की व्यवस्था नहीं किया।

एडमिनिस्ट्रेशन की लापरवाही

ईएनटी वार्ड में बेड की कमी कई साल से है। डिपार्टमेंट के सोर्स की मानें तो इस संबंध में एचओडी ने सुपरिटेंडेंट को कई लेटर लिखा है, लेकिन लेटर पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। यही कारण है कि आज तक ईएनटी में बेड की कमी है।

नाक का ऑपरेशन होना है। मैं 9 दिनों से यहां एडमिट हूं, तब से जमीन पर बिछे गद्दे पर ही सो रही हूं।

- अंजू देवी, दीदारगंज

मेरी बहन सुखिया देवी दो दिनों से एडमिट है उसके कान में प्रॉब्लम है। बेड मांगने पर भी नहीं मिलता।

- मालती देवी, सुपनचक

मैंने अपनी दो बेटियों स्वीटी और ब्यूटी को एडमिट कराया है। आप ही देखिए बेड की जगह जमीन पर बिछे गद्दे मिले हैं।

- दामोदर राव, नवादा

वार्ड में बेड कम है ये बात सही है। फ्0 की कैपेसिटी है और पेशेंट भ्0 हैं। ऐसे में कोई चारा नहीं है। बेड के लिए सुपरिटेंडेंट को कई बार लेटर भेजा जा चुका है।

- डा। चन्द्रशेखर, एचओडी, ईएनटी