- पिछले एक सप्ताह से शहर के ज्यादातर ATM हैं खाली

- लगन होने के कारण और बढ़ी लोगों की परेशानी

GORAKHPUR: नए फाइनेंशियल इयर के पहले ही माह में शहर के एटीएम खाली हो गए हैं। पब्लिक परेशान होकर एक से दूसरे एटीएम तक चक्कर लगा रही है, तब कहीं बमुश्किल पैसा मिल पा रहा है। ये स्थिति तब सामने आई जब शहर के कई एरियाज में एटीएम में पैसा ना मिल पाने की बढ़ती शिकायतों पर दैनिक जागरण - आई नेक्स्ट रिपोर्टर शुक्रवार को हालात का जायजा लेने निकला। स्थिति यह थी कि शहर के लगभग 70 प्रतिशत एटीएम से करेंसी गायब मिली। जो एटीएम बैंक परिसर में हैं या बैंक के पास हैं, उन्हीं में पैसा मिल पा रहा है। शहर के बाहरी एरियाज में तो स्थिति यह है कि किसी भी एटीएम में पैसा नहीं है। शहर में लगभग 250 एटीएम हैं, जिनमें लगभग 150 से अधिक खाली हो गए हैं। इस गर्मी में कंगाल हुए एटीएम ने पब्लिक की हालत किस कदर पतली कर रखी है, देखिए इस रियलिटी चेक में।

भाई साहब पैसा नहीं है

समय - दोपहर 2.41 बजे

स्थान- जीएम ऑफिस

दैनिक जागरण - आई नेक्स्ट रिपोर्टर सबसे पहले एनईआर जीएम ऑफिस के पास स्थित एटीएम पर पहुंचा। तेज धूप में लोग पैसों के लिए परेशान घूम रहे लोग जैसे ही इस एटीएम के बाहर जमा हो रहे थे, गार्ड इशारे से पैसा ना होने की बात कह दे रहा था। जानकारी मिलते ही किस्मत को कोसती पब्लिक दूसरे एटीएम की तलाश में निकल जा रही थी।

ATM प्लाजा भी देने लगा धोखा

स्थान - GM ऑफिस परिसर के पास

समय - दोपहर 3.00 बजे

शहर में कहा जाता है कि कहीं एटीएम में पैसा ना भी हो तो एनईआर जीएम ऑफिस के एटीएम प्लाजा के पांच एटीएम्स पर तो कैश मिल ही जाएगा। लेकिन शुक्रवार को यहां भी एटीएम धोखा दे रहे थे। दैनिक जागरण - आई नेक्स्ट रिपोर्टर जब यहां पहुंचा तो लोग परेशान हाल एक से दूसरे एटीएम का चक्कर लगाते दिखे। हाल ये था कि यहां पर दो एटीएम का शटर गिरा हुआ था। वहीं एसबीआई के एटीएम का शटर खुला था, लेकिन गार्ड बता रहा था कि पैसा ही नहीं है। यहां केवल इलाहाबाद बैंक के एटीएम में ही कैश मिल रहा था।

शहर में आते ही पैसा खत्म

स्थान- पैडलेगंज

समय- दोपहर 3.15 बजे

यहां पर तीन बड़े बैंक के एटीएम हैं। रिपोर्टर दोपहर लगभग 3.15 बजे यहां पहुंचा तो एक व्यक्ति एटीएम से बाहर आ रहा था। पूछने पर उसने बताया कि तीनों एटीएम में ही पैसा नहीं है। वहीं इनमें से दो में तो पैसा ना होने की कोई सूचना भी नहीं लगी थी। बस पीएनबी एटीएम की मशीन पर एक मोटी तख्ती पर लिखकर रखा हुआ था कि पैसा नहीं है।

खुला है ATM लेकिन पैसा नहीं

स्थान- रुस्तमपुर ढाला

समय- दोपहर 3.30 बजे

यहां से रिपोर्टर रुस्तमपुर ढाला से बेतियाहाता की तरफ बढ़ा तो एक ही जगह पर स्थित दो एटीएम के बाहर कुछ लोग परेशान दिखे। पूछने पर पता चला कि कई जगहों पर कैश ना मिलने पर यहां पहुंचे हैं लेकिन यहां भी कैश खत्म है। इससे परेशान लोग बैंक को कोसते जा रहे थे।

मेन सिटी में भी शटर डाउन

स्थान - नगर निगम, टाउनहाल

समय- शाम 4.00 बजे

एटीएम खाली होने की ये प्रॉब्लम शहर के सबसे वीआईपी एरिया गोलघर में भी दिखी। यहां जिला महिला अस्पताल के साथ ही टाउनहान स्थित नगर निगम के पास के एटीएम्स पर भी पब्लिक कैश के लिए परेशान दिखी। इस बीच बैंक रोड स्थित एटीएम पर कैश निकल रहा था। नगर निगम के पास के एटीएम पर तैनात गार्ड ने बताया कि सुबह से ही कैश खत्म है। बहुत अधिक लोग परेशान होकर लौट रहे हैं।

यात्रा पर कैश बना संकट

स्थान- रेलवे स्टेशन

समय- शाम 4.30 बजे

ये वाजिब बात है कि कोई पैसे के बिना यात्रा नहीं कर सकता, लेकिन यहां रेलवे स्टेशन पर लगे एटीएम के भरोसे यात्रा करने आए लोगों को खाली हाथ लौटना पड़ रहा है। रिपोर्टर जब यहां पहुंचा तो यहां स्थित दो एटीएम का शटर दिन में ही गिरा हुआ था। लोग एक-दूसरे से पास के दूसरे एटीएम के बारे में पूछ रहे थे।

जहां मिला पैसा, वहां लगी लाइन

कैश के लिए परेशान लोग शुक्रवार दिनभर इधर-उधर घूमते रहे। शहर में स्थिति यह थी कि जहां भी एटीएम में पैसा मिल रहा था, वहीं लंबी लाइन लग जा रही थी। किसी को शादी की खरीदारी करनी थी तो किसी को निजी जरूरतों के लिए पैसों की जरूरत थी। कैश मिलने पर चिलिचिलाती धूप में लाइन में लगे लोगों के चेहरे पर ऐसी खुशी दिख रही थी मानो बहुत बड़ी जीत हासिल कर ली हो।

बैंकों के सामने भी है प्रॉब्लम

वहीं, पब्लिक को हो रही कैश की किल्लत पर बैंक अपनी समस्या बता रहे हैं। डीजीएम, एसबीआई मो। साद इम्तियाज हुसैनी ने बताया कि वित्तीय वर्ष के समाप्त होते ही बैंकों के सामने ही प्रॉब्लम शुरू हो गई है। मार्च में वित्तीय वर्ष समाप्त होने के कारण बहुत बड़े स्तर पर पैसों की निकासी लोगों ने व्यक्तिगत और सरकारी स्तर पर की है। वहीं भारतीय रिजर्व बैंक ने भी गोरखपुर के बैंकों का पैसा पिछले एक माह से बंद कर दिया है। जिस कारण यह प्रॉब्लम खड़ी हुई है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा लगन के कारण लोग पैसा तो निकाल रहे हैं, लेकिन बैंकों उतना पैसा जमा नहीं हो रहा। जिसके कारण समस्या और अधिक बढ़ गई है।

कोट्स

कई बैंक के एटीएम का चक्कर लगा चुकी हूं, फिर भी कैश नहीं मिला। बाद में जीएम ऑफिस स्थित एटीएम पर आई तो आधे घंटे लाइन में लगी रही तो पैसा मिल सका।

- सुमन देवी, हाउसवाइफ

दोपहर एक बजे से एटीएम का चक्कर लगा रहा हूं। कहीं एटीएम में आउट ऑफ ऑर्डर का बोर्ड लगा है तो कहीं कोई जानकारी ही नहीं है। एक-एक रुपए के लिए परेशान होना पड़ रहा है।

- डॉ। हीरालाल, चिकित्सक

पैसे की जरूरत है। एटीएम के चक्कर लगाने में ही समय बीत रहा है। अब बैंक जाकर कैश निकालना पड़ेगा। बैंक में भी इतनी अधिक भीड़ है कि एक बार लाइन में खड़े हो गए तो एक घंटे बाद नंबर आ रहा है।

- विकास सिंह, सर्विसमैन

वर्जन

पिछले दो महीने से इस क्षेत्र को आरबीआई से पैसा ही नहीं मिल रहा है। जिसके कारण ये प्रॉब्लम खड़ी हुई है। हम लोग लगातार प्रयास कर रहे हैं कि पब्लिक को अधिक से अधिक पैसा मिल सके।

- मो। साद इम्तियाज हुसैनी, डीजीएम, एसबीआई