-10 महीनों में 16.15 रुपए सस्ता हुआ पेट्रोल

-डीजल के कीमत में 7.56 रुपए हुई कटौती, पर महंगाई जस की तस

abhijit.pandey@inext.co.in

JAMSHEDPUR: टीवी पर जब भी आधी रात से पेट्रोल-डीजल के दामों में कटौती होने खबर फ्लैश होती है चेहरे पर चमक आ जाती है, लेकिन यह चमक ज्यादा देर तक रहती नहीं। अगले दिन पेट्रोल पंप जाने पर थोड़ी राहत तो मिलती है, पर वहां से निकलते ही महंगाई की मार सारी खुशी हवा कर देती है। पिछले दो सालों में पेट्रोल-डीजल के कीमतों में कई बार कटौती हुई, लेकिन खाने-पीने के सामान की कीमतें नहीं घटीं। ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट घटने के बावजूद राशन से लेकर सब्जी-फल के दाम दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं। आखिर क्या है इसकी वजह, आई नेक्स्ट ने जानने की कोि1शश की।

पेट्रोल 16.15 रुपए और 7.56 रुपए सस्ता हुआ डीजल

पिछले 10 महीनों में पेट्रोल और डीजल के प्राइस में कई बार कटौती हुई। मार्च 2014 में जमशेदपुर में पेट्रोल जहां 72.44 रुपए लीटर बिक रहा था, वहीं अभी इसकी कीमत घटकर 58.28 रुपए प्रति लीटर हो गई है। डीजल के दाम में भी कुछ ऐसी ही कटौती हुई है। मार्च 2014 में शहर में डीजल 57.85 रुपए प्रति लीटर था, जबकि फिलहाल डीजल का प्राइस प्रति लीटर 50.29 रुपए है। पिछल 10 महीनों में शहर में पेट्रोल की कीमत 16.15 रुपए और डीजल 7.56 रुपए सस्ता हुआ है। पेट्रोल और डीजल के कीमतों में कटौती के बावजूद महंगाई का ग्राफ कम होने के बजाय बढ़ता ही जा रहा है।

नहीं घटा का किचन का बजट

छह महीने पहले अरहर दाल 75 और चना दाल 52 रुपए प्रति किलो था, आज एक किलो अरहर दाल की कीमत 85 रुपए और चना दाल 60 रुपए किलो है। इस दौरान सरसों तेल में की कीमत में भी 20 रुपए तक की बढ़ोत्तरी हुई है। कुछ यही हाल दूसरे फूड आइटम्स का भी है। व्यापारी अक्सर इन इन चीजों के दाम बढ़नी की वजह ट्रांसपोर्टशन कॉस्ट बताते हैं। पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने पर रातों-रात कीमतें बढ़ जाती हैं, लेकिन पिछले कुछ महीनों में लगातार पेट्रोल-डीजल के कीमत में गिरावट आने के बाद भी कीमतें नहीं घटी।

सब्जी-फल का भी यही हाल

ट्रांसपोर्टशन कॉस्ट का बड़ा असर सब्जी-फल की कीमतों पर भी पड़ता है। शहर में कई सब्जी और फल दूसरे स्टेट्स से मंगाए जाते हैं। पर हाल के दिनों में पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स के कीमतों में आई गिरावट के बावजूद सब्जी और फल के दाम घटने के बजाय बढ़ते ही जा रहे हैं। पिछले साल इसी महीने में सेब 40 से 50 रुपए प्रति किलो बिक रहा था, लेकिन फिलहाल सेब की कीमत 70 से 100 रुपए किलो तक पहुंच गई है। अनार के दाम में भी प्रति किलो 20 रुपए तक का इजाफा हुआ है। इसी तरह दूसरे फलों और सब्जियों के दाम भी या तो बढ़े हैं या फिर ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट घटने के बावजूद इनकी कीमतें जस की तस बनी हुई हैं।

नहीं घटा ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट

पेट्रोल-डीजल के कीमतों में हुई कटौती के बावजूद महंगाई कम होने की एक बड़ी वजह ट्रांसपोर्टशन कॉस्ट में कमी ना आना है। सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के प्रेसिडेंट सुरेश सोंथालिया ने बताया कि पेट्रोल-डीजल के प्राइस आज 2010 के स्तर पर हैं, लेकिन ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट नहीं घटा है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में चैंबर के मेंबर्स ने डीसी से भी मुलाकात की थी। मांग की गई थी कि प्रशासन के स्तर से भी ट्रांसपोटर्स को ट्रांसपोर्टेशन चार्ज कम करने का निर्देश दिया जाए, लेकिन अभी तक ट्रांसपोर्टेशन चार्ज कम नहीं हुआ, जिसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है।

Box matter

पेट्रोल और डीजल के प्राइस में आई कमी (रुपए प्रति लीटर)

मार्च ख्0क्ब् जनवरी ख्0क्भ् कटौती

पेट्रोल भ्8.ख्8 7ख्.ब्ब् क्म्.क्भ्

डीजल भ्0.ख्9 भ्7.8भ् 7.भ्म्