-पुलिस की वसूली रोकने के लिए आईजी का स्पेशल प्लान

-लोग वसूली की शिकायत एसएमएस से दें, तुरंत होगी कार्रवाई

-लगातार आ रहीं वसूली की शिकायतों के बाद आईजी ने उठाया कदम

KANPUR: अब कोई पुलिसवाला आपसे जबरन पैसे मांगता है तो बिल्कुल टेंशन में आने की जरूरत नहीं है। क्योंकि लगातार मिल रही वसूली की शिकायतों के बाद आईजी की निगाहें वसूली करने वाले पुलिसवालों पर पड़ चुकी हैं। अब उनकी खैर नहीं है। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के साथ ही एक मास्टर प्लान बनाकर उस पर काम शुरू कर दिया गया है ताकि पब्लिक को पुलिस के इस रवैये से छुटकारा दिलाया जा सके।

तो फिर तुंरत करिए मैसेज

कानपुर जोन के आईजी आशुतोष पांडेय के मुताबिक उनको पुलिसवालों की वसूली की कई शिकायतें मिल चुकी हैं। जो शिकायतें उनके पास आई उनका निस्तारण तो उन्होंने तुरंत कर दिया। लेकिन ऐसी समस्या फिर आए ही न इसके लिए उन्होंने स्पेशल टीम बना दी है जोकि इस पर निगाह रखेगी। उनके मुताबिक अगर कोई पुलिसवाला पब्लिक से वसूली करता है तो वो सीधे मेरे मोबाइल नंबर 9ब्भ्ब्ब्00क्ब्ख् पर एसएमएस कर सकता है। अगर शिकायतकर्ता चाहेगा तो उसका नाम गुप्त रखा जाएगा। मैसेज मिलने के तुरंत बाद उस पुलिसवाले के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

तैनात कर दी गई स्पेशल टीम

उनके मुताबिक सबसे ज्यादा शिकायतें आती हैं कि हाईवे पर पुलिसवाले वसूली करते हैं। इसको देखते हुए उन्होंने दो इंटरसेप्टर की स्पेशल टीम इस काम के लिए लगाई हैं। उनके मुताबिक हाईवे पर रात के दौरान ट्रैकों और भारी वाहनों का आवागमन होता है। जिनसे वसूली की शिकायतें अक्सर आती हैं। ऐसे में वहां इंटरसेप्टर की स्पेशल टीमों को इस पर निगरानी के लिए लगाया गया है। इसकी मॉनिटरिंग वो लगातार करेंगे।

जीरो पहुंच गया आंकड़ा

उनके मुताबिक पिछले कुछ दिनों में वसूली की ढेरों शिकायतें आई लेकिन एक्शन लेने के बाद फिलहाल इनका ग्राफ शून्य की ओर पहुंच गया। आगे भी ये ऐसे ही रहे इसको देखते हुए ये कदम उठाया गया है। पब्लिक भी अवेयर हो और सही तरीके से सारे काम करवाए। रोड पर ट्रैफिक रूल की बात हो या फिर कुछ और। पब्लिक अवेयर हो जाएगी तो फिर इस तरह की प्रॉब्लम अपने आप खत्म हो जाएंगी।

मैं तो कई बार पुलिसवालों की वसूली का शिकार हुआ हूं। अगर ये रुक जाए तो फिर शहर का आधा करप्शन खत्म हो जाएगा।

रईस अहमद

चेकिंग के नाम अक्सर परेशान करते हैं जिससे जेब गर्म हो। जब हर कागज होता है तो पॉल्यूशन का काम पेपर मांगते हैं जबकि ये तो बिना चेक किए ही मिल जाता है।

अवधेश पांडेय

वसूली के मामले में पुलिसवाले नंबर वन है। अगर आईजी साहब इनके इस कृत्य पर लगाम लगा दें तो शहर उनका एहसानमंद रहेगा।

जुबैर अहमद

मुझको तो एक बार पुलिसवाले ने रोक लिया और ख्00 रुपए मांगे। जब मैंने देने से मना किया तो बोला, जब तक पैसे नहीं दोगे। यहां से जा नहीं पाओगे। फिर मुझको ख्00 रुपए देने पड़े।

विकास वर्मा

चेकिंग नाम पर तो अक्सर पुलिसवाले पैसे की डिमांड करते हैं। इतना डरा देते हैं कि पैसे देने ही पड़ते हैं। आम आदमी बेचारा पैसे न दे तो बवाल कैसे झेले।

प्रदीप