-विश्व के लंबे प्लेटफार्म पर नहीं मिलता है बच्चों के लिए दूध व गर्म पानी

-तत्कालीन रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने बच्चों के लिए दूध व गर्म पानी देने का किया था आदेश

-पद से हटते ही रेल मंत्री का आदेश हवा-हवाई, दैनिक जागरण-आई ने1स्ट के रियल्टी चेक में हुआ खुलासा

GORAKHPUR: रेल मंत्री 1या बदले रेलवे प्रशासन उनके आदेश को ही 5ाूल गया है। गोर2ापुर रेलवे जं1शन से लेकर ट्रेनों तक में बच्चों को न गर्म दूध मिलता है न गर्म पानी। यात्रियों को ठंड में इधर से उधर 5ाटकना पड़ता है। शुक्रवार शाम 5ाी यही हाल गोर2ापुर जं1शन पर दे2ाने को मिला। ट्रेन पकड़े स्टेशन पहुंचे एसके दुबे का बच्चा दूध के लिए रोने लगा। वो गर्म दूध के 5ाटकते रहे लेकिन नहीं मिला। यह 2ाुलासा हुआ दैनिक जागरण-आई ने1स्ट के रियल्टी चेक में। रिपोर्टर प्लेटफॉर्म नंबर एक से लेकर प्लेटफॉर्म नंबर नौ तक घूमा कहीं 5ाी दूध नहीं मिला। जबकि, तत्कालीन रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने ट्रेनों से लेकर जं1शन तक पर छोटे बच्चों के लिए गर्म पानी व दूध देने का आदेश दिया था।

प्लेटफॉर्म नंबर - 1-2

प्लेटफॉर्म नंबर एक और दो पर सि1योरिटी के लिए रखा गया डोर फ्रेम खराब कंडीशन में पड़ा मिला। वहीं यात्री मित्र कार्यालय में एके रस्तोगी से मुलाकात हुई। बेबी फूड कहां मिलेगा के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि यात्री के डिमांड पर कैंटीन में पानी गर्म करवा दिया जाता है। लेकिन रिपोर्टर को नहीं मिला। एक स्टाल पर पूछे जाने पर दुकानदार ने बताया कि यहां न र्क पानी की कोई व्यवस्था है और न ही दूध की।

प्लेटफार्म नंबर - 3-4

प्लेटफार्म नंबर 3-4 पर ट्रेन के इंतजार में यात्री बैठे थे। इसी बीच जब स्टाल पर गरम पानी और दूध की व्यवस्था है या नहीं पूछे जाने पर पता चला कि कोई व्यवस्था नहीं है।

प्लेटफार्म नंबर - 5-6, 7-8, 9

यहां 5ाी बच्चे के पीने के लिए न तो दूध की व्यवस्था थी और न ही गर्म पानी की। रिपोर्टर द्वारा पूछे जाने पर उसे बच्चे को दूध पिलाना है तो सीधे स्टाल संचालक ने मना कर दिया।

कुल प्लेटफार्म की सं2या - 9

प्लेटफार्म पर कुल स्टाल की सं2या - 30

प्रतिदिन आने व जाने वाले यात्रियों की सं2या - 80,000

प्रतिदिन आने व जाने वाली ट्रेन की सं2या - 160

प्लेटफार्म पर विभिन्न कंपनियों के स्टाल की सं2या

- वृंदावन कैटर्स - 4

- अनुपम रेस्टोरेंट कैटर्स - 6

- एएस सेल्स कारपोरेशन - 1

- एनई रेलवे - 16

- अमूल - 3

- एचपीएमसी - 2

बोले यात्री

दोपहर ढाई घंटे से प्लेटफॉर्म पर बैठकर ट्रेन का इंतजार कर रहा हूं। घर से बच्चों के लिए दूध लेकर चला था, लेकिन रास्ते में दूध खत्म हो गया। सोचा स्टेशन पर मिल जाएगा। लेकिन न तो दूध मिला और न ही गर्म पानी।

एसके दुबे, यात्री

डेढ़ साल का बेटा है। मुझे रूद्रपुर जाना है। बाघ ए1सप्रेस ट्रेन का इंतजार कर रहे हैं। प्लेटफार्म नंबर चार पर बच्चे को पिलाने के लिए दूध की कोई व्यवस्था नहीं है। जबकि घर से लेकर चली थी, रास्ते में खत्म हो गया।

सीमा, यात्री

दो बच्चे हैं, मुझे कैंपियरगंज जाना है। हसबैंड काफी देर से दूध खोज रहे हैं, लेकिन नहीं मिला है। अब घर पर ही बच्चे को दूध पिला पाएंगे।

सरोज जायसवाल, यात्री

वर्जन

स्टेशन के सभी प्लेटफार्म पर जितने भी स्टाल हैं। उन सभी दुकानों पर शिशु आहार उपल4ध है। जिसे भी लेना हो। वह जाकर ले सकता है।

संजय यादव, सीपीआरओ, एनई रेलवे

बेबी फूड रखे जाने की पूरी व्यवस्था है। अगर किसी स्टाल पर नहीं है तो इसकी चेकिंग कराई जाएगी। बेबी फूड रखे जाने का स2त नियम है।

प्रदीप, स्टेशन मैनेजर