RANCHI: खिलेंगे फूल तो महकेगा गुलशन। यही वो सोच थी जिसे आरयू मुख्यालय की जमीन पर उतारा था पूर्व वीसी डॉ एए खान ने। उन्होंने रांची यूनिवर्सिटी मुख्यालय कैंपस में गार्डेन की स्थापना की थी। पर देखभाल के अभाव में इस गार्डेन की रंगीनी खो गई है। यहां न अब फूल खिलते हैं न पेड़-पौधों की देखभाल होती है। नतीजा इस गार्डेन में एक भी फूल नहीं बचा। इसका गेट हमेशा खुला रहता है इस वजह से आरयू कर्मी इसका इस्तेमाल पार्किंग के रूप में कर रहे हैं। इससे इसका उद्देश्य पूरा नहीं हो पाया। फूलों से परिपूर्ण था गार्डेन रांची यूनिवर्सिटी के पूर्व वीसी डॉ एए खान ने बताया कि मुख्यालय परिसर को खूबसूरत बनाने के मकसद से उन्होंने इस गार्डेन का उद्घाटन किया था। इसका मकसद था परिसर में रहनेवाले लोगों को फील गुड कराना। पर बाद में इसपर ध्यान नहीं दिया गया जिससे इसकी खूबसूरती गुम हो गई। इसके अलावा साइंस कैंपस में भी हरियाली हो इसका प्लान किया गया था। गार्डेन की बदतर स्थिति के बाबत आरयू के डीएसडब्ल्यू डॉ पीके वर्मा ने बताया कि कैंपस में जो गार्डेन है उसमें झंडोत्तोलन तो होता है। इसमें पौधे भी लगे हुए हैं। इसमें फूल नहीं है इसकी जानकारी नहीं है। ख्009 में हुआ था उद्घाटन आरयू मुख्यालय स्थित गार्डेन का उदघाटन क्भ् अगस्त ख्009 को तत्कालीन वीसी डॉ एए खान ने किया था। उस समय सीसीडीसी अजीत कुमार सहाय थे वहीं कुलसचिव डॉ ज्योति कुमार थे। तत्कालीन सीसीडीसी ने बताया कि जब इसका उद्घाटन हुआ था उस समय यह पूरी तरह चकाचक था। इसमें फूल लगे हुए थे पर ध्यान न देने के कारण इसकी स्थिति ठीक नहीं है। पहले यहां कीचड़ हो जाया करता था इसे दूर करने के लिए यहां टाइल्स लगवाकर इसका ब्यूटिफिकेशन किया गया था। वर्जन- आरयू मुख्यालय कैंपस में एक गार्डेन है, जिसमें झंडोत्तोलन होता है। उसमें पेड़-पौधे भी हैं पर फूल है कि नहीं, इसकी जानकारी नहीं है। -डॉ पीके वर्मा, डीएसडब्ल्यू, आरयू --------------------- ख्009 में जब मैंने इस गार्डेन का उद्घाटन किया था, तो इसका मकसद कैंपस को खूबसूरत बनाना था पर बाद में ध्यान न देने के कारण इसकी हालत ठीक नहीं रही। -डॉ एए खान, एक्स वीसी, आरयू