-मेन्यू के अनुसार खाना मांगने पर ठेकेदार ने बंद किया अंबेडकर छात्रावास का मेस

PITHORAGAH: अंबेडकर छात्रावास में रह रहे छात्रों ने मेन्यू के हिसाब से ठेकेदार से भोजन मांगा तो ठेकेदार ने मेस ही बंद कर दी। लिहाजा छात्रावास के फ्भ् छात्र दो दिन भूखे रहे। अंबेडकर छात्रावास में अनुसूचित जाति-जनजाति के गरीबी रेखा से नीचे के परिवारों के बच्चे रहते हैं। मेस ठेके पर चलता है। समाज कल्याण विभाग के मेन्यू के अनुसार छात्रों को सुबह एक अंडा, कार्नफ्लेक्स, दलिया, ब्रेड, ख्भ् ग्राम मक्खन और ख्00 मिलीलीटर दूध, दिन के भोजन में दाल फ्भ् ग्राम, चावल क्भ्0 ग्राम, आटा क्00 ग्राम, हरी सब्जी 7भ् ग्राम और घी, सायं नाश्ते में चाय और चार पीस बिस्कुट तथा रात के भोजन में दाल फ्भ् ग्राम, चावल क्भ्0 ग्राम, आटा क्00 ग्राम और हरी सब्जी, सलाद तय किए गए हैं। छात्रों का कहना है कि उन्हें मेन्यू के हिसाब से कुछ भी नहीं मिल रहा था। दिन में रोटी, दाल, चावल और रात को भी रोटी और सब्जी दी जाती है।

छात्रों ने जताया विरोध

छात्रों ने सोमवार को इस मामले को उठाया और विरोध जताया। इस पर ठेकेदार ने मेस बंद कर किया। छात्र दिनभर भूखे रहे। इस छात्रावास में रहने वाले बच्चे अति निर्धन परिवारों से हैं। इसके चलते उनके पास होटल में भोजन करने लायक रुपये भी नहीं थे।

मंगलवार की सुबह भी जब मेस नहीं खुला तो छात्र कलक्ट्रेट पहुंचे और प्रदर्शन किया। छात्रों के प्रदर्शन के बाद प्रशासन जागा। छात्रों ने एसडीएम को पत्र सौंप कर स्थिति से अवगत कराया। प्रशासन के निर्देश पर प्रभारी समाज कल्याण अधिकारी एके शर्मा ने छात्रावास पहुंचे और ठेकेदार और छात्रों से बात की। इसके बाद मेस संचालन शुरू हुआ। प्रभारी समाज कल्याण अधिकारी एके शर्मा ने बताया कि अंबेडकर छात्रावास में सोमवार से मेस बंद हो गई थी। अब मसला सुलझ गया है।