RANCHI रांची यूनिवर्सिटी में वाइस चांसलर डॉ रमेश कुमार पांडेय का कार्यकाल पूरा होने के बाद पद संभालने वाले नए वीसी के सामने रहने के लिए आवास का संकट हो सकता है। हो सकता है कि पदभार ग्रहण करने के बाद जब वे वीसी आवास ढूंढे तो उन्हें वह न मिले, क्योंकि कांके रोड स्थित कुलपति के आवास को पहले ही सरकार टेकओवर कर चुकी है और उसके बाद से वीसी का आवास खत्म हो गया.वहीं अपर बाजार स्थित कुलपति निवास (आउट हाउस) में योगा कोर्स संचालित किया जाना है। इसके लिए एडमिशन की प्रक्रिया चल रही है। ऐसे में नये वाइस चांसलर के लिए आवास की समस्या खड़ी हो सकती है। आरयू के वर्तमान वीसी का कार्यकाल अगले साल मार्च में खत्म हो रहा है। वे कांके रोड गांधीनगर स्थित आवास में रहते हैं। चेरी-मनातू में बन रही बिल्डिंग आरयू के वीसी डॉ रमेश कुमार पांडेय ने बताया कि कुलपति निवास खाली पड़ा था। इसका उपयोग करने की मंशा से इसमें योगा कोर्स कराने की योजना बनी और इसे क्रियान्वित किया जा रहा है। जहां तक आवास की बात है तो आवास की आवश्यकता न मुझे हैं न प्रो -वीसी को। वीसी के लिए आवास चेरी-मनातू स्थित कैंपस में बन रहा है। रहने के लिए आवास की दिक्कत नए वीसी को नहीं होगी। चार माह में कैसे बनेगा वीसी आवास आरयू के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एक तो चेरी-मनातू स्थित कैंपस में वीसी आवास चार महीने के अंदर नहीं बन पायेगा, इसलिए नये वीसी को या तो किराये के घर में रहना होगा या कोई दूसरा इंतजाम करना होगा क्योंकि चार महीने में किसी भी हालत में नये कैंपस में कुलपति आवास नहीं बन पायेगा। 80 लाख की लागत से बना था भवन मारवाड़ी वीमेंस कॉलेज के बगल में स्थित कुलपति निवास करीब 80 लाख रुपये से बना था। दरअसलजब सरकार ने कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय के बगल में स्थित आवास को टेकओवर कर लिया था तो तत्कालीन वीसी रहे डॉ एए खान ने मारवाड़ी वीमेंस कॉलेज अपर बाजार के बगल में स्थित कुलपति निवास के नवनिर्मित भवन को तैयार कराया था। उन्होंने तीन दिसंबर 2011 को इसका उदघाटन किया था.इसमें एसी के साथ सभी अत्याधुनिक सुविधाएं मुहैया करायी गयी हैं। रांची यूनिवर्सिटी के प्रोवीसी डॉ रजीउद्दीन यहां बहुत समय तक रहे, पर इसके बाद इसमें केयर टेकर और वीसी के बॉडीगार्ड का परिवार रहता है। इसी से सटे कुलपति के आवासीय कार्यालय का उदघाटन भी प्रो एए खान ने एक अप्रैल 2007 को किया था।