RANCHI : वोट देने के लिए सुबह से बूथ पर खड़े हैं, लेकिन लिस्ट में नाम ही नहीं है। समझ में नहीं आ रहा है कि क्या करूं। अब तो बगैर वोट दिए ही वापस लौटना पड़ेगा। यह कहना है संजय कुमार का जो बरियातू रानी बगान स्थित कैंब्रियन स्कूल मतदान केंद्र पर वोट देने के लिए पहुंचे थे। यह कहानी सिर्फ संजय की ही नहीं, बल्कि रांची के वैसे सैकड़ों वोटर्स की भी है, जिनका नाम वोटर लिस्ट से काटा जा चुका है और वे परेशान होने के बाद भी वोट नहीं दे सके। ऐसे मामले कांटाटोली और अशोकनगर में भी सामने आए।

रानी बगान के दो सौ लोगों के नाम गायब

रानी बगान के चार बूथों पर लगभग ख्00 लोगों के नाम लिस्ट से गायब थे। हालांकि इनमें से आधे से ज्यादा मतदाता वोट करने के लिए पहुंचे थे, लेकिन नाम नहीं मिलने पर सभी निराश हो गए। कुछ ऐसा ही हुआ कांटाटोली के बूथ नंबर फ्फ्भ् में। यहां भी कुछ ऐसा ही आलम था। लगभग सौ लोगों ने वोटर लिस्ट में नाम नहीं होने की शिकायत की। यहां वोटर्स ने कहा कि हमने अपना नाम वोटर लिस्ट में जुड़वाया था, लेकिन हमारा नाम लिस्ट में नहीं है।

कडरू में भी शिकायत

कडरू के तीन बूथ ख्7क्, ख्म्फ् और ख्म्ब् में भी लोगों ने वोटर लिस्ट से नाम गायब होने की शिकायत की। कडरू के बी प्रसाद ने बताया कि इन बूथों पर सैकड़ों लोग वोट नहीं कर पाए। इनमें से कई लोगों का नाम लिस्ट में नहीं था, जबकि कई ऐसे थे जिनके नाम के आगे डिलीटेड लिखा हुआ था। उन्होंने बताया कि कई लोग यहां बीएलओ से पूछताछ भी की, पर लिस्ट में नाम नहीं मिलने पर मायूस होकर वापस चले गए।

प्रशासन पर था गुस्सा

वोटर लिस्ट में नाम नहीं होने के कारण मतदान से वंचित होनेवाले लोगों ने इसके लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया। घंटों परेशान रहने के बावजूद वोट नहीं कर पाने वाले लोगों ने कहा कि प्रशासन की गलती का खामियाजा हमलोगों को भुगतना पड़ रहा है। सबके चेहरे पर वोट नहीं दे पाने का मलाल था। कई ऐसे मामले भी थे जिनमें किसी को अपना नाम मिला तो वाइफ का नाम गायब था।