- अब तक हासिल हुए 10 वीरता पुरस्कारों में दून ने मारी है बाजी

- पिछले 10 पुरस्कारों में से दून की झोली में गए हैं चार पुरस्कार

- इस बार भेजे गए वीरता पुरस्कार के नामों में चमोली, टिहरी से एक व चार यूएसनगर के शामिल

DEHRADUN: राष्ट्रीय बाल वीरता पुरस्कार-ख्0क्7 के लिए इस बार राज्य से छह नाम भेजे गए हैं। जिसमें उधमसिंहनगर से कनिका, टिहरी से पंकज, चमोली से ईश्वर सिंह व उधमसिंहनगर से अभय व अक्षय गुप्ता व युवराज चावला (संयुक्त रूप से) शामिल है। खास बात यह है कि दून से इस बार भी कोई नाम शामिल नहीं हो पाया है। अब तक सूबे के जिन क्0 साहसी बच्चों को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार से नवाजा गया है, उनमें सबसे ज्यादा चार साहसी बच्चे दून के शाि1मल हैं।

बचाई दूसरों की जान

हर साल की भांति इस बार भी राष्ट्रीय बाल वीरता पुरस्कार-ख्0क्7 के लिए आखिरी सूची उत्तराखंड बाल कल्याण परिषद की तरफ से केंद्रीय बाल कल्याण परिषद को भेजी जा चुकी है। जिन वीर साहसी बच्चों के नाम भेजे गए हैं, उन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना साहस दिखाते हुए दूसरों की जान बचाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। बाल कल्याण परिषद के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुशील चंद्र डोभाल, उपाध्यक्ष डॉ। आईएस पाल, डॉ। कुसुमरानी नैथानी, मधु बेरी, महासचिव बीके डोभाल आदि ने सभी वीर साहसी बच्चों के नेक कार्यो की सराहना की है।

युवराज चावला

काशीपुर के रामनगर रोड निवासी 7वीं के छात्र युवराज चावला पुत्र रवि चावला अभय व अक्षय गुप्ता ने पिछले साल क्क् नवंबर को अपने मित्रों के साथ घूम रहा था। इस दौरान बाइक सवार तीन बदमाशों ने अक्षय के हाथ से मोबाइल छीन लिया। तीनों बहादुर बच्चों ने साहस का परिचय देते हुए एक बदमाश को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। तीनों बच्चों को बहादुरी के लिए डीएसपी ने पुरस्कृत भी किया।

कनिका गुप्ता

कनिका गुप्ता उम्र क्भ् वर्ष, पुत्री डॉ। एके गुप्ता, ग्राम वंदिया, किच्छा उधमसिंहनगर ख्8 जून दोपहर साढ़े तीन बजे ग्राम पंतपुरा में तीन वर्षीय अल्का पुत्री इंदाल को बिजली के करंट लगने से जान बचाई। तत्काल अस्पताल ले जाया गया और वह कुछ दिनों बाद स्वस्थ्य हो गई।

ईश्वर सिंह

ईश्वर सिंह पुत्र जमन सिंह ग्राम छिमटा, पोस्ट सिलपाटा गैरसैंण चमोली ने ख्0 वर्षीय सती को गदेरे से बचाया। सती जंगल से घास काटकर गांव आ रही थी। रास्ते में एक गाय से बचने के चक्कर में पुल से गदेरे में गिर गई। उधर से गुजर रहे ईश्वर सिंह ने फौरन गदेरे में छलांग लगा दी और सती को सकुशल बचा लिया।

पंकज सेमवाल

पंकज सेमवाल पुत्र स्व। टीकाराम सेमवाल, ग्राम नारगढ़, प्रतापनगर टिहरी गढ़वाल क्0 जुलाई ख्0क्म् को रात में अपनी मां व भाई-बहन के साथ दूसरी मंजिल के बरामदे में सो रहे थे। रात क्0 बजे गुलदार ने हमला बोल दिया। पंकज की मां ने चीखा तो बगल में सोए पंकज ने डंडे से गुलदार पर ताबड़तोड़ हमला बोल दिया। इसी दौरान गुलदार दहाड़ते हुए वहां से भाग गया।

वर्षवार मिले वीरता पुरस्कार

नाम---वर्ष--जिला

हरीश राणा--ख्00फ्--टिहरी

माजदा--ख्00ब्--हरिद्वार

पूजा कबड़वाल--ख्00म्--अल्मोड़ा।

प्रियांशु जोशी--ख्0क्0--देहरादून

श्रुती लोधी--ख्0क्0--देहरादून।

कपिल नेगी--ख्0क्क्--रुद्रप्रयाग

मोनिका--ख्0क्ब्--चमोली

लाभांशु--ख्0क्ब्--देहरादून

अर्जुन सिंह--ख्0क्भ्--टिहरी गढ़वाल

सुमित ममगाई--ख्0क्म्--देहरादून