ट्रैफिक पुलिस के बेड़े में जल्द शामिल होगी प्राइवेट क्रेन

सिटी के कई एरिया में नो पार्किंग में खड़े होते ही व्हीकल्स

<ट्रैफिक पुलिस के बेड़े में जल्द शामिल होगी प्राइवेट क्रेन

सिटी के कई एरिया में नो पार्किंग में खड़े होते ही व्हीकल्स

BAREILLY:

BAREILLY:

नो पार्किंग जोन में व्हीकल खड़ा करने की आदत है, तो इस तुरंत भूल जाइए। हो सकता है आप वाहन नो पार्किंग में खड़ा करके जाएं और वापस आने पर वाहन मौके पर न हो, क्योंकि आपके वाहन को टै्रफिक पुलिस क्रेन से उठा ले जाएगी। ऐसे में, आपकी मुश्किल बढ़नी तय है।

इन एरिया में सबसे ज्यादा प्रॉब्लम

सिटी में सबसे ज्यादा नो पार्किंग जोन में वाहन सिविल लाइंस और राजेंद्र एरिया में खड़े मिलते हैं। इसके अलावा चौकी चौराहा से अयूब खां तक, अयूब खां से चौपुला, अयूब खां से बीसीबी, अयूब खां से नावल्टी, राजेंद्र नगर में खड़े होते हैं। यहां शाम के वक्त ज्यादा प्रॉब्लम होती है। पब्लिक को निकलने में काफी जहमत उठानी पड़ती है।

प्राइवेट क्रेन का िलया सहारा

ट्रैफिक पुलिस के पास वाहन उठाने के लिए कोई क्रेन नहीं है। पुलिस के पास सिर्फ एक क्रेन है लेकिन क्रेन काफी पुरानी है। इसके चलते इससे व्हीकल्स को नहीं उठाया जाता है। टै्रफिक पुलिस को यह डर सताता है कि यदि वाहन उठाया गया और कार को कोई नुकसान हो गया तो इसकी भरपाई कैसे होगी। ऐसे में पुलिस वाहन को न उठाने में ही भलाई समझती हे। नई क्रेन के लिए कई बार शासन को पत्र भी लिखा गया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। इसकी वजह से ट्रैफिक पुलिस ने प्राइवेट क्रेन के जरिए वाहन उठाने का डिसीजन लिया। इस संबंध में क्रेन मालिक से बात हो गई है। जल्द ही क्रेन पुलिस के पास पहुंच जाएगी।

एक हजार देना होगा जुर्माना

नो पार्किंग में वाहन खड़े करने पर ट्रैफिक पुलिस चालान करती है। यदि कोई कार मालिक नहीं आता है तो पुलिस क्रेन से वाहन उठाती है। वाहन उठाने का भी चार्ज कार मालिक से ही लिया जाता है। एक बार क्रेन से कार उठने पर कार मालिक पर म्00 रुपए का जुर्माना लिया जाता है। इसके अलावा नो पार्किंग में ब्00 रुपए तक का चालान काटा जाता है। यही नहीं यदि इसके अलावा भी अन्य कागज न हो तो उसका चार्ज भी अलग लगता है।

वर्ष ख्0क्भ् में काटे गए ख्0ख् चालान

क् जनवरी से फ्क् मार्च तक -क्भ्8

क् अप्रैल से ख्भ् अप्रैल तक -ब्ब्

नो पार्किंग में खड़े वाहनों को उठाकर ले जाने के लिए प्राइवेट क्रेन का यूज किया जाएगा। जल्द ही, क्रेन पुलिस के पास आ जाएगी।

मनोज कुमार, टीएसआई बरेली