उन्नाव मॉडल स्टेशन का हाल

-जर्जर हो चुके हैं प्लेटफार्मो पर लगे टिन शेड, जरा सी बारिश में लगते हैं टपकने

UNNAO: मॉडल स्टेशन का दर्जा प्राप्त उन्नाव रेलवे स्टेशन से रोजाना 25 से 30 हजार यात्रियों का आवागमन रहता है। इसके बाद भी यात्रियों की सुविधाओं के नाम पर यहां सिर्फ ठेंगा ही है। प्लेटफार्मों पर लगे टीन शेडों का हाल यह है कि यह न तो यात्रियों को धूप से बचाव करने की स्थिति में हैं और ना ही बारिश से। जरा सी बरसात में प्लेटफार्मों पर ट्रेनों की प्रतीक्षा में खड़े यात्री सामान समेत भीग जाते हैं। दो दिनों पहले हुई मामूली बरसात में ही स्टेशन के सभी प्लेटफार्मों के शेड टपकने लगे थे। अन्य प्लेटफार्मों तक जाने के लिए बने ऊपरगामी पुल के टीन शेडों का तो और भी बुरा हाल है। यहां पर लगे सभी शेडों में बड़ी बड़ी दरारें और गैप हैं। कई स्थानों पर यह टूटी हालत में पड़े हुए हैं जिनसे बरसात का पानी सीधे यात्रियों पर ही गिरता है।

रेलवे अधिकारी बेखबर

दूसरी ओर प्लेटफार्म नंबर दो, तीन, चार व पांच पर टीन शेड काफी छोटे हैं जिनसे धूप तक से बचाव नहीं हो पाता है। लंबी दूरी को तय करने वाली ट्रेनें जब यहां पर रुकती हैं तो उनमें उतरने और चढ़ने वाले यात्रियों को या तो तेज धूप झेलनी पड़ती है या बारिश के दिनों में पानी। इस समस्या से निपटने के लिए रेलवे अधिकारियों ने अब तक कोई ध्यान नहीं दिय है।

क्या कहते हैं यात्रीगण

यात्रियों का कहना है कि यहां पर उन्हें मूलभूत सुविधाएं तक नसीब नहीं हैं जिससे उनको घोर दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यात्रियों में दिलीप कुमार, अभिजीत, राम कृपाल, मनोहर लाल, संजय कुमार आदि का कहना है कि इस रेलवे स्टेशन में यात्रियों के लिए मूलभूत सुविधाएं तक नहीं हैं। धूप में यहां पर यात्रियों को जहां झुलसना पड़ता है तो वहीं बरसात में भीगना पड़ता है।

क्या कहते हैं चीफ पीडब्ल्यूआई

चीफ पीडब्ल्यूआई डीके श्रीवास्तव ने बताया कि रेलवे स्टेशन के अंदर बने ऊपरगामी पुल की चद्दरें जर्जर और टूटी हालत में हैं, इस्टीमेट भेजा गया है। मंजूरी मिलते ही उन्हें जल्द ही बदलवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि अभी लगभग चार महीने पहले प्लेटफार्म नंबर एक में शेड की कुछ चद्दरों को बदलवाया गया था। यदि उनसे पानी टपक रहा है तो चद्दरों की नालियों में कूड़ा करकट आदि भरा रहने के कारण हो सकता है। सोमवार को मजदूरों को लगवाकर उसे ठीक कराया जाएगा।

क्या कहते हैं स्टेशन अधीक्षक

स्टेशन अधीक्षक विश्राम ने बताया कि 2 से लेकर 5 नंबर के प्लेटफार्मों में जो भी टीन शेड लगे हैं वह काफी छोटे हैं। जिससे वास्तव में यात्रियों को दिक्कतें हो रही हैं। न तो तेज धूप से बचाव हो पा रहा है और न ही बरसात से ही बचाव हो पा रहा है। उन्होंने बताया कि इल सभी प्लेटफार्मो में एक-एक और टीन शेड डलवाए जाने का प्रपोजल भेजा गया है।