RANCHI: कोकर में टुनकी टोला एक ऐसा मोहल्ला है, जहां हर तबके के लोग रहते हैं। लेकिन, सुविधा के नाम पर यहां कुछ भी नहीं है। इलाके में न सड़क है और न ही नाली। आलम यह है कि लोग घर का गंदा पानी रोड खोद कर बहा रहे हैं। स्थानीय लोगों ने इसकी शिकायत पार्षद से भी की, लेकिन कोई इसे देखने तक नहीं आया।

आधी सड़क बना कर छोड़ी

स्थानीय लोगों ने बताया कि इस इलाके में रोड बनाने का काम एक साल पहले शुरू तो हुआ था, लेकिन थोड़ी दूर सड़क बनाकर इसका काम बंद कर दिया गया। इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है। लोग आज भी इस उम्मीद में बैठे है कि इस सड़क का काम पूरा किया जाएगा। लेकिन, दोबारा काम कब शुरू होगा। इसका कोई ठिकाना नहीं है। जबकि बारिश के दिनों में इस सड़क से गुजरना भी दुश्वार हो जाता है।

नाली नहीं होने से परेशानी

टुनकी टोला में सड़क आज तक बन ही नहीं पाई है। इस वजह से नाली भी नहीं बनी है। नाली नहीं होने से लोगों को काफी दिक्कत हो रही है। वहीं कई लोगों ने तो नाली का पानी बहाने के लिए रोड किनारे ही गढ्डे खोद दिए हैं। उसी में लोग अपने घरों का गंदा पानी बहा रहे हैं। कुछ लोगों ने अपने घरों में ही शाकपीट बना लिया है। उसी में लोग अपने टॉयलेट व घर का पानी डाल रहे हैं। लेकिन इसके भरने के बाद तो परेशानी होगी ही।

स्ट्रीट लाइट बेकार

वार्ड 8 के अंतर्गत आने वाले इस टुनकी टोला में स्ट्रीट लाइट नाममात्र की लगी हुई है। रोड के दोनों छोर पर लाइट लगाई गई है। लेकिन बीच के खंभों पर एक भी लाइट नहीं होने से लोगों को काफी परेशानी हो रही है।

क्या कहते है लोग

रोड तो आज तक बनी नहीं और विकास की बात करते हैं। थोड़ी दूर सड़क बनाकर काम बंद कर दिया गया। कहीं ऐसा भी होता है कि आधी सड़क बनाकर काम छोड़ दिया गया हो। रोड बना ही नहीं है, तो नाली का तो सोच ही नहीं सकते। आम लोगों की परेशानी से किसे मतलब है।

-रमेश मुंडा

रोड के लिए एक दो बार कुछ लोग निरीक्षण करने आए थे। इसके बाद आजतक कोई भी देखने नहीं आया। हमलोग तो घर का पानी शाकपीट में ही डाल रहे हैं। लेकिन वह भी ज्यादा दिनों तक नहीं चलेगा। इसके अलावा कूड़ा फेंकने के लिए भी हमें दूर जाना पड़ रहा है। नगर निगम कर्मी इस रास्ते से जाते जरूर हैं, लेकिन कूड़ा नहीं उठाते।

-आनंद कुमार

हम लोगों के घर के सामने ही रोड पर पानी भी जमा है। अगर कभी घर की सफाई कर ली तो रोड में कीचड़ भर जाता है। इस ओर देखने वाला भी कोई नहीं है। जब चुनाव होता है तब घर आकर लोग समस्या पूछते हैं। उसके बाद तो कोई पूछने भी नहीं आता है। अभी हमारे इलाके में स्ट्रीट लाइट भी नहीं है।

-उर्मिला देवी

हमारे मोहल्ले की ऐसी हालत कई सालों से है। जब रोड का काम शुरू हुआ तो हमें लगा था कि सुधार होगी। लेकिन सड़क को कुछ दूर बनाकर छोड़ दिया गया। उसके बाद कोई झांकने तक नहीं आया कि और क्या समस्या है। हमलोगों ने कंप्लेन भी की, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।

रेणु

हमलोग तो पानी बहाने के लिए घरों के बाहर ही गढ्डा किए हुए हैं। उसी में पूरे घर का पानी जाता रहता है। रोड नहीं होने से भी काफी दिक्कत हो रही है। इसके लिए कई बार आवेदन भी दे चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अब तो लगता है कि आवेदन देना भी बेकार है।

रामू टोप्पो

हमलोग तो कंप्लेन लिख-लिखकर थक चुके हैं। अब तो लगता है कि इस इलाके में घर बनाकर ही गलती कर दी। किसी भी तरह की कोई सुविधा नहीं है। रोड भी आजतक बनी ही नहीं है। इसके अलावा नाली नहीं होने से काफी दिक्कत होती है। घर का पानी शाकपीट में डालना पड़ रहा है। जबकि शाकपीट को इमरजेंसी के लिए बनाया था।

-विनोद कुमार रजक