- ज्यादातर एटीएम पर सरक्षा के इंतजाम नहीं

- रियलिटी चेक में सामने आई हकीकत

GORAKHPUR: दिवाली करीब आने से बाजार गुलजार हैं। त्योहार मनाने में जुटे लोग जीभर करके तैयारी कर रहे हैं। मार्केट में मिलने वाला ऑफर लोगों को लुभा रहा है। खरीदारी के लिए मार्केट जाने के पहले लोगों को एटीएम जाना पड़ रहा है। जल्दबाजी के चलते कई बार लोग एटीएम से कैश विद्ड्राल करने में लापरवाही बरत रहे हैं। एटीएम से नकदी निकासी के नियम-कानून का पालन न होने से बैंक कस्टमर्स की गोपनीयता भंग होने का खतरा है। आई नेक्स्ट ने दो दिनों तक लगातार शहर के एटीएम का जायजा लिया। इस दौरान सामने आया कि एटीएम यूजर्स की सुरक्षा को कहीं न कहीं नजरअंदाज किया जा रहा है।

हेलमेट पहनकर निकाल रहे रुपए

शहर के एटीएम में चेहरा छिपाकर रुपए निकालने की पूरी आजादी है। बिना सुरक्षा गार्ड वाले एटीएम में लोग आसानी से हेलमेट पहनकर, गमछा से मुंह छिपाकर आसानी से जा सकते हैं। पहले भी ऐसे कई मामले में सामने आ चुके हैं जिनमें दूसरों के एकाउंट से किसी अन्य ने रुपए निकाले हैं। एटीएम कार्ड चुराकर, एटीएम कार्ड बदलकर रुपए निकालने वाले अक्सर मुंह ढककर एटीएम में पहुंचते हैं।

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स्थान: यूनिवर्सिटी प्रशासनिक भवन एटीएम

समय: सुबह 11.40 बजे

आई नेक्स्ट टीम इलाहाबाद बैंक के एटीएम पर पहुंची। हेलमेट पहने टीम का सदस्य केबिन में गया। वहां एटीएम कार्ड लगाकर अपने एकाउंट की डिटेल देखी। करीब पांच मिनट तक रिपोर्टर भीतर मौजूद रहा। लेकिन इस दौरान किसी ने आपत्ति नहीं जताई। एटीएम से बैलेंस जांचकर टीम आगे बढ़ गई।

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स्थान: पैडलेगंज चौराहे के पास

समय: सुबह 11.55 बजे

आई नेक्स्ट टीम पैडलेगंज में एसबीआई के एटीएम पर पहुंची। वहां एक जगह पर तीन एटीएम मशीनें लगी हैं। हेलमेट पहने रिपोर्टर एटीएम में चला गया। आराम से अपना कार्ड मशीन में डालकर चेक किया। करीब तीन मिनट बाद वह बाहर आ गया। कुछ देर तक बाहर भी खड़ा रहा। एक संदिग्ध व्यक्ति की तरह एटीएम की गतिविधियों को देखा। फिर वहां से चला गया।

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स्थान: दाउदपुर

समय: 12.10 बजे

पैडलेगंज से टीम वापस लौटकर बेतियाहाता की ओर रवाना हुई। डीआईजी बंगला के पास एसबीआई के एटीएम पर पहुंची। वहां हेलमेट पहने रिपोर्टर एटीएम के भीतर दाखिल हुआ। करीब पांच मिनट तक एटीएम के भीतर मौजूद रहकर अपने एकाउंट की डिटेल जांची। एक-दो कस्टमर रुपए निकालने पहुंचे। लेकिन उन लोगों ने भी इसको लेकर आपत्ति नहीं जताई। वहां से टीम बेतियाहाता रोड पर आगे बढ़ गई।

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स्थान: बेतियाहाता दवा बाजार

समय: 12.22 बजे

बेतियाहाता में दवा का कारोबार होता है। कई अस्पताल और पैथालॉजी और मेडिकल स्टोर्स हैं। मार्केट में दिनभर भीड़ होने से लोगों को रुपए की जरूरत पड़ती है। ऐसे में लोग अक्सर एटीएम यूज करते हैं। इससे गोपनीयता भंग होने का खतरा हमेशा रहता है। यूबीआई के एटीएम में रिपोर्टर पहुंचा। वहां कोई भी रोकटोक करने वाला नहीं मिला। एटीएम से रुपए निकालने के लिए कार्ड लगाकर रिपोर्टर काफी देर तक इंतजार करता रहा। करीब सात मिनट तक विदड्राल न होने पर निकल गया।

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स्थान: पैडलेगंज

समय: दोपहर 03.50

पैडलेगंज में गुरुद्वारा के पास मेन रोड पर एटीएम लगे हैं। आई नेक्स्ट टीम पहुंची तो पीएनबी के एटीएम में एक साथ कई लोग खड़े थे। एक आदमी रुपए निकाल रहा था तो दूसरे उसके पीछे खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। टीम को देखकर रुपए निकाल रहे युवक ने फोटो खींचने पर आपत्ति जताई। उसने कहा कि जब कोई नियम पालन नहीं करता तो क्या करें। इसके बाद टीम रेलवे जीएम आफिस पहुंची।

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स्थान: जीएम आफिस

समय: शाम 04.00 बजे

स्थान: जीएम आफिस रोड

जीएम आफिस कैंपस में एटीएम प्लाजा बना हुआ है। इस जगह पर अक्सर रुपए मिलने की संभावना होती है। पैडलेगंज से टीम जीएम आफिस कैंपस में लगे एटीएम पर पहुंची। वहां बाहर एक गार्ड बैठा हुआ था। लेकिन भीतर एटीएम में कई एक साथ घुसकर रुपए निकाल रहे थे। फोटो खींचने पर गार्ड ने आपत्ति जताई। पूछने पर बताया कि अक्सर लोग झगड़ा करने लगते हैं। अकेले होने से मैं किसी को रोक नहीं पाया। अन्य साथियों के रहने पर किसी को भीतर नहीं जाने देते हैं। इसको लेकर लोगों को खुद भी अलर्ट रहना चाहिए।

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स्थान रेलवे स्टेशन परिसर

समय: शाम 04.19 बजे

रेलवे स्टेशन परिसर में फ‌र्स्ट क्लास गेट की ओर जाने वाले रास्ते पर एटीएम मशीनें लगी हैं। वहां एटीएम में यात्रियों के बीच रुपए निकालने के लिए मारामारी मची थी। आई नेक्स्ट टीम पहुंची तो कैमरा देखते ही गार्ड सक्रिय हो गया। एटीएम में घुसे लोग पहले रुपए निकालने के लिए एक दूसरे से कहासुनी कर रहे थे। गार्ड ने उनको मना किया तो लोग भिड़ गए। एक व्यक्ति ने गार्ड को धमकाना शुरू कर दिया। लोगों के बीच तू-तू मैं-मैं देखकर टीम चली गई।

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हर माह औसतन 15 शिकायतें

क्राइम ब्रांच की साइबर सेल में हर 10-12 शिकायतें एटीएम से जुड़ी आती हैं। एटीएम के भीतर मदद करने के बहाने कार्ड बदलने और पासवर्ड जानकर बाद में रुपए निकालने की फरियाद लेकर लोग पहुंचते हैं। साइबर सेल से जुड़े लोगों का कहना है कि मामलों को दर्ज करके कार्रवाई की जाती है। कई बार फ्राड करने वाले तक पहुंचना मुश्किल भी होता है। हेलमेट पहने होने और गमछा बांधकर रुपए निकालने वालों की पहचान करने में काफी समय लग जाता है।

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भीड़ बेलगाम, कैसे न हो जाए वारदात

एटीएम में किसी के एक व्यक्ति के भीतर होने पर दूसरे के अंदर जाने की इजाजत नहीं होती। शहर के एटीएम में एक साथ कई लोग ठूंसे रहते हैं। इस वजह से लोगों के बैंक एकाउंट संबंधी गोपनीयता लीक हो जाती है। शहर के कई एटीएम में लोगों की भीड़ काफी चौंकाने वाली थी। हद तो यह है कि सुरक्षा गार्ड के मना करने के बावजूद झगड़ा करके लोग एटीएम में घुस जा रहे थे।

ये बरतें सावधानी

- किसी भी एटीएम में जाने के पहले देख लें कि पीछे कोई खड़ा नहीं है।

- यह भी देखें कि कहीं ऐसा कैमरा तो नहीं लगाया गया जो पिन इंट्री पर नजर रखते हुए रिकार्डिग कर रहा है।

- एटीएम से रुपए न निकलने पर पीछे खड़े लोगों से मदद न मांगे।

- कोई जबरन मदद का प्रयास करें तो उसके बारे में शोर मचाकर जानकारी दें।

- एटीएम के भीतर किसी संदिग्ध व्यक्ति को अपना कार्ड न दें।

- एटीएम बदले जाने पर पहचान हो सके। इसके लिए कोई निशान लगाएं।

- एटीएम यूज करने के पहले मशीन के की-बोर्ड की स्थिति जांच लें।

- कोई संदेह होने पर मैगेनेटिक कार्ड को बदलकर तत्काल चिप वाला कार्ड लें।

- रुपए निकालने का मैसेज आने पर तत्काल टाल फ्री नंबर पर काल करके एटीएम ब्लाक कराएं।

बटन जाम होने पर करें ये उपाय

शहर के कई एटीएम का बटन जाम कर दिया गया है। बटन जाम होने से अक्सर लोगों को एटीएम कार्ड यूज करने में प्रॉब्लम होती है। कैंसल बटन जाम होने कार्ड लगाने वाली जगह पर लगी लाइट के जलने बुझने का इंतजार करें। लाइट के जलने बुझने से ट्रांजेक्शन के पूरा होने की पुष्टि हो जाती है। इससे दुरुपयोग की संभावना नहीं रहती।