- शहरभर की बैंकों में ताक पर है सुरक्षा व्यवस्था के दावे

- अधिकतर बैंकों के सीसीटीवी कैमरे ही खराब, सुरक्षा गार्ड भी नहीं

Meerut। बैकों में सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने शुक्रवार को शहर के कई स्थानों पर बैकों के बाहर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया, जिससे सुरक्षा के तमाम दावे खोखले साबित हुए। ज्यादातर बैकों और एटीएम पर ना तो कैमरे ठीक मिले और ना ही कोई सिक्योरिटी गार्ड तैनात थे।

हम शायद बचत कर रहे हैं अपने धन की तभी तो जनता से सुविधा शुल्क लेने के बाद भी जनता के पैसे की सुरक्षा का ख्याल ही नहीं जो रात में सुरक्षा गार्ड नहीं रख रहे हैं।

विवेक गौड़

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बैंकों की सुरक्षा के नियम

- हर बैंक का अपना सिक्योरिटी मैन्यूअल होगा, एक चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर की नियुक्ति होगी।

- हर बैंक रिस्क कैटेगराइजेशन के हिसाब से हर ब्रांच का सिक्योरिटी प्रोग्राम तैयार करेगी।

- रिस्क कैटेगराइजेशन के मुताबिक गार्ड्स की तैनाती होगी। सिक्योरिटी स्टॉफ की समय-समय पर ट्रेनिंग होगी।

- स्ट्रांग रूम व सिक्योरिटी वॉल्ट की सिक्योरिटी का प्रोटोकॉल रखना होगा।

- बैंक की शाखा किसी आइसोलेटेड जगह पर न हो, पुलिस स्टेशन के पास बैंक शाखा खोलने को प्राथमिकता मिले।

- ब्रांच की कंस्ट्रक्शन रिक्वायरमेंट पूरी हो, स्ट्रांग रूम का कंस्ट्रक्शन आरसीसी होना चाहिए।

- बैंक ब्रांच के गेट ग्रिल और शटर से लैस हो, 24 घंटे सीसीटीवी सर्विलांस हो।

- इंटीग्रेटेड इंट्रूडर अलार्म सिस्टम अनिवार्य, खिड़कियों पर लोहे की ग्रिल हो।