किसी ने कहा था कि नाम मे क्या रखा है. मगर सच पूंछो तो नाम में ही तो सब कुछ रखा है. अब स्लटवाक को ही देख लीजिये. देश दुनिया मे हंगामा मचा चुकी यह परेड़ इंडिया में आते ही बन गई है बेशर्मी मोर्चा. बात यह है कि स्लटवाक के आर्गनाइजर्स ने इसकी पापुलैरिटी बढ़ाने के लिये इसका नाम बदल कर रख दिया है- ‘बेशर्मी मोर्चा’ यानि ‘शेमलेस प्रोटेस्ट’.

स्लटवाक नहीं ये है ‘बेशर्मी मोर्चा’

इंडिया मे स्लटवाक की कोआर्गनाइजर मिसिका सिंह कहती हैं- ‘नाम बदलने के पीछे हमारा आइडिया इस इवेंट को पापुलर बनाना है. हम नहीं चाहते है कि लोग नाम को लेकर कन्फ्यूज हों. खबर मिल रही थी कि इंडिया में लोग स्लटवाक जैसे इंग्लिश वर्डंस को लेकर कन्फ्यूज हो रहे हैं इसलिये इसे आम जनता तक पहुंचाने के लिये हमने नाम बदलने का फैसला लिया. हमें आशा है कि अब ज्यादा संख्या मे लोग पार्टिसिपेट करेंगें’.

स्लटवाक नहीं ये है ‘बेशर्मी मोर्चा’

इसी साल कनाडा से शुरु हुए इस प्रोटेस्ट की वजह टोरंटो के एक पुलिस अधिकारी का कमेंट बताया जा रहा है जिसमे उन्होने कहा था कि अगर ‘महिलआएँ पीड़ित होने से बचना चाहती हैं तो उन्हें प्रास्टीट्यूट के तरह कपड़े पहनने से बचना चाहिए.’

स्लटवाक नहीं ये है ‘बेशर्मी मोर्चा’

इसके अगेंस्ट कनाडा, अमेरिका, यूरोप, एशिया और ऑस्ट्रेलिया में प्रोटेस्ट हुए हैं. इनका मोटिव है कि रेप या मालेस्टेशन के डर से आखिर कब तक महिलायें बिना अपने मन मुताबिक कपड़े पहन पाएँ.

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