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- स्टॉफ की कमी के कारण पोस्टमार्टम के लिए शवों को भेजा जा रहा हरिद्वार और रुड़की

- मृतक के परिजनों एवं पुलिस को होती है परेशानी

LAKSAR: लक्सर में लाखों रुपए की लागत से बने पोस्टमार्टम हाऊस में स्टाफ की तैनाती नहीं की गई है। इसके कारण अभी भी शवों को पोस्टमार्टम के लिए रुड़की व हरिद्वार भेजना पड़ रहा है। जिसके चलते मृतक के परिजनों और पुलिस विभाग दोनों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। हालांकि, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी ने पोस्टमार्टम हाऊस में स्टाफ की नियुक्ति के लिए शासन को पत्र भेजा है। लेकिन, अभी तक इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है।

आठ साल पहले हुआ था पोस्टमार्टम हाऊस का निर्माण

लक्सर में पोस्टमार्टम हाऊस की आवश्यकता को देखते हुए करीब आठ साल पहले नगर के बसेड़ी मार्ग पर पोस्टमार्टम हाऊस का निर्माण कराया गया था। परन्तु निर्माण के दौरान ही पोस्टमार्टम हाऊस विवादों में आ गया था। दरअसल, पोस्टमार्टम हाऊस का निर्माण बसेड़ी ग्राम सभा की भूमि पर बने श्मशान घाट पर करवाया गया है। स्थानीय लागों द्वारा इसका उस समय विरोध किया गया था। लोगों का कहना था कि पोस्टमार्टम हाऊस में सभी अलग-अलग धर्म संप्रदाय के लोगों के शव आते है। जिनका यहीं पर अंतिम संस्कार किया जाता है। गैर संप्रदाय के लोगों का यहां क्रिया कर्म करने से उनकी भावनाओं को ठेस लगेगी। बहरहाल लोगो के विरोध के बावजूद यहां पोस्टमार्टम हाऊस का निर्माण करा दिया गया। परन्तु इसके बाद से पोस्टमार्टम हाऊस में स्टाफ की तैनाती न होने से लाखों की लागत से बना यह पोस्टमार्टम हाऊस महज शोपीस बनकर रह गया है। स्थानीय लोगों के विरोध के चलते पोस्टमार्टम हाऊस को करीब आठ साल के बाद भी शुरू नहीं किया जा सका है और न ही स्टाफ की तैनाती हो पाई है। देखरेख के अभाव में लाखों की लागत से बना पोस्टमार्टम हाऊस का भवन बेमलब साबित हो रहा है। नगर में पोस्टमार्टम हाऊस होने के बावजूद स्टाफ की तैनाती न होने के कारण क्षेत्र में पुलिस को पोस्टमार्टम के लिए अभी भी शवों को रुड़की या हरिद्वार भेजना पड़ रहा है।

स्टाफ की तैनाती को लिखा पत्र

इससे पुलिस के साथ-साथ मृतकों के परिजनों का भी धन व समय दोनों का नुकसान हो रहा है। एसीएमओ डॉ। अनिल वर्मा ने अब इस बाबत शासन को पत्र भेजा है पत्र में पोस्टमार्टम हाऊस में स्टाफ की तैनाती करने का अनुरोध किया गया है। इसके साथ ही बसेड़ी मार्ग पर बने पोस्टमार्टम हाऊस की खस्ता हालत को देखते हुए फिलहाल पोस्टमार्टम हाऊस का संचालन वैकल्पिक रूप से स्वास्थ्य विभाग के पुराने भवन में कराये जाने को कहा है। एसीएमओ डॉ अनिल वर्मा ने बताया की पोस्टमार्टम हाऊस का संचालन फिलहाल स्वास्थ्य विभाग के पुराने भवन में कराये जाने तथा स्टाफ की तैनाती किए जाने को लेकर शासन को पत्र भेजा गया है। शासन स्तर से स्वीकृति मिलने पर पोस्टमार्टम हाऊस को शुरू किया जाएगा।