-केयू में इस सेशन में भी नहीं हो पाएगा छात्र संघ चुनाव

-नवंबर-दिसंबर में विधानसभा इलेक्शन चुनाव होना है, इसी को देखते हुए छात्र संघ चुनाव को टाला गया

-विधानसभा इलेक्शन को लेकर छात्र संघ चुनाव टालने की खबर 11 सितंबर को आई नेक्स्ट में पब्लिश हुई थी

JAMSHEDPUR : फाइनली वही होने वाला है जो हमने क्क् सितंबर के अपने अंक में लिखा था। झारखंड विधानसभा चुनाव को देखते हुए कोल्हान यूनिवर्सिटी (केयू) छात्र संघ चुनाव टालने की बात हमने लिखी थी जो अब सच होने वाला है। जी हां, केयू के पहले छात्र संघ चुनाव के लिए स्टूडेंट्स को और इंतजार करना पड़ेगा। इस सेशन में छात्र संघ चुनाव नहीं होने वाला। केयू के ऑफिशियल्स भी ऐसा ही कह रहे हैं।

कभी ईमानदार कोशिश नहीं हुई

ख्009 में सेपरेट यूनिवर्सिटी बनने के बाद से ही केयू में पहले छात्र संघ चुनाव की चर्चा होती रही है। हर साल यही कहा जाता रहा कि अगले सेशन में चुनाव करा दिया जाएगा। लास्ट इयर तो कॉलेजेज से इलेक्टोरल रोल भी तैयार करा लिया गया। लगा कि बस इलेक्शन हो ही जाएगा। पर इच्छा शक्ति की कमी की वजह से इलेक्शन टलता गया।

एडमिशन भी कंप्लीट नहीं हुआ

छात्र संघ चुनाव के लिए जरूरी है कि उस सेशन का एडमिशन कंप्लीट हो चुका हो। कारण है कि रेगुलर स्टूडेंट्स ही इलेक्शन लड़ सकते हैं और वोट भी वही कर सकते हैं। केयू में स्थिति यह है कि अभी तक पीजी पार्ट वन का एडमिशन कंप्लीट ही नहीं हुआ। अब तो एडमिशन नवंबर में ही कंप्लीट होने की उम्मीद है।

फोर योर इन्फॉर्मेशन

- लिंगदोह कमिटी ने अपने रिकॉमेंडेशन में कहा कि छात्र संघ चुनाव हर साल होने चाहिए।

- कोल्हान यूनिवर्सिटी के सेपरेट हुए भ् साल से ज्यादा हो गए पर एक बार भी छात्र संघ चुनाव नहीं हुआ।

- ख्007-08 में रांची यूनिवर्सिटी के तहत इलेक्शन कराया गया था।

- कोल्हान यूनिवर्सिटी में कांस्टीट्यूएंट कॉलेजेज की संख्या क्भ् है।

- इन कॉलेजेज नए सेशन में इन्रॉल्ड रेगुलर स्टूडेंट्स की संख्या लगभग म्0 हजार है।

- यूजी के पार्ट वन, पार्ट टू और पार्ट थर्ड में लगभग भ्क् हजार जिनमें पार्ट वन में ख्ब् हजार, पाट टू में क्भ् और पार्ट थर्ड में रेगुलर स्टूडेंट्स की संख्या क्ख् हजार है

- पीजी के दोनों पार्ट में रेगुलर स्टूडेंट्स की संख्या लगभग 9 हजार है।

- टोटल स्टूडेंट्स में लगभग भ्0 परसेंट संख्या ग‌र्ल्स की है।

- केयू में स्टूडेंट्स यूनियन इलेक्शन होने पर सिर्फ रेगुलर स्टूडेंट्स ही वोट डाल सकेंगे।

- फेल करने वाले स्टूडेंट्स को यह मौका नहीं मिल पाएगा।

- सभी कॉलेजेज को रेगुलर स्टूडेंट्स का इलेक्टोरल रोल तैयार कर यूनिवर्सिटी भेजना होगा, ताकि कुल वोटर्स की संख्या तय की जा सके।

अब तो इस सेशन में छात्र संघ चुनाव कराना मुश्किल ही लग रहा है। अगर जनवरी या फरवरी में इलेक्शन कराए भी गए तो उसका कोई मतलब नहीं रहेगा, क्योंकि फ्-ब् महीने में ही नया सेशन स्टार्ट हो जाएगा।

- डॉ एससी दास, रजिस्ट्रार केयू

विधानसभा चुनाव होने तक छात्र संघ चुनाव कराना पॉसिबल नहीं लग रहा है। हम इसको लेकर छुट्टियों के बाद ऑफिशियल्स से बात करेंगे, पर इस सेशन में इलेक्शन कराना मुश्किल लग रहा है।

- डॉ आरपीपी सिंह, वीसी, केयू