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JAMSHEDPUR: शौक से शुरू हुआ गुटखा, पान मसाला, सिगरेट की लत अब सिर दर्द बन गया है। कई बार छोड़ने का प्रयास किया। लेकिन संगत में फिर से शुरू हो गया। ये कहना है उन लोगों का जिन्हें गुटखा, पान मसाला और सिगरेट है। उनका कहना था कि काश पैरेंट्स की बात मान लेते। तो आज यह हाल नहीं होता। आज ये लत छोड़े नहीं छुटती। सिटी में गुटखा, पान मसाला, जर्दा तंबाकू, पान, सिगरेट सहित तमाम तरह के धूम्रपान करने वाले दर्जन भर लोगों से बातचीत की गई। निष्कर्ष निकला कि शौक से शुरू हुआ तलब आज उनकी परेशानी का सबब बन गया है।

दांतों में होती है सनसनाहट

स्कूल लाइफ से ही पान खा रहा हूं। बीच में गुटखा खाना शुरू किया था। लेकिन फिर छोड़ दिया। गुटखा से पान कुछ हद तक ठीक है, लेकिन किसी भी प्रकार का नशा खराब होता है। पान, गुटखा और तंबाकू खाने से असमय दांत खराब हो जाते हैं। मुंह में छाले सहित अन्य तकलीफें भी शुरू हो जाती है। अब तो यह हाल है कि थोड़ा ठंडा पानी भी पी लिया तो दांतों में सनसनाहट शुरू हो जाती है। थोड़ा खट्टा खा लिया तो पूरा मुंह खराब हो जाता है।

अमरनाथ सिंह

गुटखा छोड़ना चाहता हूं, लेकिन

गुटखा छोड़ना चाहता हूं। कई बार छोड़ने का प्रयास किया। लेकिन ये लत छोड़े नहीं छूटती। दिन में भ् से 7 पुडि़या खा जाता हूं। गुटखा खाने से पैसों की बर्बादी तो होती ही है इसके साथ ही कई तरह की बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है। डर तो लगता है, लेकिन इसे आदत से लाचार हूं। दुकानों में भी बड़ी ही आसानी से मिल जाता है। नहीं चाहते हुए भी खा लेता हूं।

राजेश साहू

बुरी आदत से बचाना है तो

गली मुहल्ले की दुकानों में गुटखा, पान मसाला आसानी से मिल जाता है। मीठा सुपारी और मीठा पान से बच्चे पान मसाला के लती बनते हैं। मीठे सुपारी की कीमत भी कम होती है। भ्0 पैसे या क् रुपए में ये सभी पान दुकानों में मिलते हैं। नए जेनरेशन को इन बुरी आदतों से बचाना है तो सबसे पहले मीठा सुपारी को बंद कराना होगा नहीं तो पान मसाला खाने वालों की संख्या और बढ़ेगी।

ाजू ओझा

अब बेकार लगने लगा है

मैं बचपन से ही खैनी की तलब लग गई थी। गुटखा भी कभी कभी खा लेता हूं। किसी ने बताया था कि खाओगे तो मजा आएगा। कुछ दिनों तक तो ठीक लगा। लेकिन अब यह बेकार लगने लगा है। मैं खैनी को हमेशा के लिए छोड़ना चाहता हूं। इसके पहले प्रयास किया था, लेकिन दोस्तों को खाता देख फिर से शुरू कर दिया। पहले से मैंने कम कर दिया है। इसके लिए डॉक्टर से जाकर सलाह लूंगा। दूसरी बात है इनकी बिक्री पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए। यदि बिकेगा ही नहीं तो खरीदेंगे कैसे।

राम कृष्णा