- जगह-जगह बन गई पॉश कॉलोनियां, मगर परिवहन के नाम पर कुछ नहीं

- लोग महंगे फ्लैट और प्लॉट लेने के बाद सफर करने के लिए हो रहे परेशान

LUCKNOW: लखनऊ का डेवलपमेंट तेजी से हो रहा है। रोज नई कॉलोनियां और फ्लैट्स बनाए जा रहे हैं लेकिन इन जगहों पर सुविधाएं न के बराबर हैं। ऐसी ही एक कॉलोनी तेलीबाग से सटी हुई है लेकिन वहां पहुंचने के लिए एक भी साधन नहीं है। न तो यहां सिटी बस जाती है और न ही एक भी ऑटो। कहने को तो वृंदावन वीआईपी कॉलोनी की लिस्ट में दर्ज है। मगर इस कॉलोनी में ट्रांसपोर्टेशन की व्यवस्था नहीं है।

नहीं है कोई साधन

तेलीबाग चौराहे से लेफ्ट हैंड जाने वाली रोड सीधे वृंदावन कॉलोनी जाती है। इस रोड से मेन कालोनी की दूरी लगभग तीन किमी है। उसके बाद कॉलोनी शुरू हो जाती है। विभिन्न सेक्टर्स में बंटी इस कालोनी में हजारों मकान मौजूद हैं। यहां लाखों की संख्या में लोग रह रहे हैं। यहां के लोगों की माने तो पिछले सात साल से लोग यहां पर रह रहे हैं। मेन रोड से कॉलोनी की दूरी लगभग पांच किमी है, लेकिन इस रोड से यहां तक आने-जाने के लिए एक भी ऑटो नहीं है। सिटी बस भी तेलीबाग चौराहे तक ही आती है। अंदर आने के लिए एक भी साधन नहीं है।

मार्केट भी नहीं

वृंदावन सेक्टर क्क् में रहने वाले अमित सिंह ने बताया कि यहां पर रहने वालों को साधन न होने के कारण खासी परेशानी उठानी पड़ती है। न चाहते हुए भी तमाम लोगों को अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए स्कूली वैन और बसों का सहारा लेना पड़ता है। इसके अलावा इस इलाके में कोई मार्केट न होने से लोगों को घर में यूज होने वाले आइटम्स की परचेजिंग के लिए खासी दूरी तय करनी पड़ती है। सेक्टर नौ के शिवम ने बताया कि परिवहन विभाग को कम से कम यहां पर एक सिटी बस की सेवा तो देनी चाहिए। एक भी सिटी बस यहां नहीं आती है। उतरठिया स्टेशन तक पहुंचने के लिए हमें खासी दूरी तय करनी पड़ती है।

उस रुट पर बस चलाने के लिए हमारे पास आवेदन आए हैं। फिलहाल एक बस को उस रुट पर लगाया गया है।

ए रहमान

एमडी, सिटी बस

जब तक आरटीओ डिपार्टमेंट उस रुट पर चलने के लिए परमिट नहीं देगा तो भला उस रोड पर ऑटो कैसे चलेंगे। यह तो आरटीओ डिपार्टमेंट की जिम्मेदारी है कि यहां पर विभिन्न इलाकों का सर्वे कर नए परमिट जारी किए जाने चाहिए।

पंकज दीक्षित

अध्यक्ष

लखनऊ थ्री व्हीलर एंड ऑटो रिक्शा संघ

परमिट इशू पर कोर्ट की रोक लगी हुई है। लेकिन वृंदावन कालोनी में ट्रांपोर्टेशन की प्राब्लम को सॉल्व करने के लिए प्लान जरूर बनाया जाएगा।

सगीर अहदम

आरटीओ